क्या ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान को संभाला नहीं गया, तो देश में दंगे हो सकते हैं? : संजय निरुपम

सारांश
Key Takeaways
- संजय निरुपम ने ‘आई लव मोहम्मद अभियान’ को खतरनाक बताया।
- यदि इसे नियंत्रित नहीं किया गया, तो दंगे
- महिलाओं के सशक्तीकरण पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- ट्रंप के टैरिफ का असर अमेरिकी उपभोक्ताओं पर भी पड़ेगा।
- ‘आई लव महाकाल’ अभियान एक जवाबी कार्रवाई है।
मुंबई, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने शुक्रवार को ‘आई लव मोहम्मद अभियान’ को लेकर चिंता व्यक्त की। उनका कहना है कि यदि समय पर स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया, तो पूरे देश में दंगे
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में संजय निरुपम ने कहा कि ‘आई लव मोहम्मद’ के माध्यम से समाज की स्थिति को प्रदूषित करने की कोशिश की जा रही है, जिसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह अभियान मुस्लिम युवाओं को भड़काने का प्रयास कर रहा है। इसलिए इसे रोकने की ज़रूरत है। यह भारत के सामाजिक वातावरण को बिगाड़ने का एक षड्यंत्र है। इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। इसी संदर्भ में संत समाज द्वारा ‘आई लव महाकाल’ अभियान की शुरुआत की गई है।
उन्होंने कहा कि भारत एक सनातनी देश है, जहां बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय के लोग निवास करते हैं। ऐसे में ‘आई लव मोहम्मद’ जैसे अभियानों को किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि इससे समाज में वैमनस्यता की संभावनाएं बढ़ती हैं।
संजय निरुपम ने बताया कि यदि अल्पसंख्यक समुदाय की ओर से कोई हिंसक गतिविधि होती है, तो इससे समाज में अशांति फैलेगी।
इसके अलावा, उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की निंदा की। उन्होंने कहा कि ट्रंप को समझना चाहिए कि उनके द्वारा लगाए गए टैरिफ का प्रभाव अमेरिकी उपभोक्ताओं पर भी पड़ेगा, क्योंकि भारत से अमेरिका को कई आवश्यक वस्तुएं भेजी जाती हैं।
संजय निरुपम ने आगे कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। हमारी सरकार ने अब तक महिलाओं के विकास पर ध्यान दिया है। उन्होंने याद दिलाया कि जब महाराष्ट्र में चुनाव हो रहे थे, तब महिलाओं के खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर किए गए थे। हमारी सरकार का सिद्धांत है कि समाज का समग्र विकास महिलाओं के विकास से ही संभव है।
उन्होंने उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार की महिलाओं के खातों में 10,000 रुपये ट्रांसफर किए हैं, जो इस राज्य में एनडीए की जीत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। लोग आज एनडीए सरकार की ओर सकारात्मक दृष्टिकोण से देख रहे हैं।