क्या पीएम मोदी की मां का अपमान अक्षम्य है? संजय निरुपम की प्रतिक्रिया

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।
- संजय निरुपम ने पीएम मोदी की मां का अपमान करने वाले वीडियो की निंदा की।
- राजनीति में हार-जीत का अपमान नहीं होना चाहिए।
- कर्नाटक में शिवाजी महाराज का नाम बदलने का प्रयास अक्षम्य है।
- राहुल गांधी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए गए हैं।
मुंबई, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक बयानबाजी और विवादों का दौर तेज होता जा रहा है। शिवसेना के प्रवक्ता संजय निरुपम ने सोशल मीडिया पर एक एआई वीडियो के संदर्भ में कड़ा विरोध जताया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां का अपमान किया गया है।
संजय निरुपम ने इसे शर्मनाक और निंदनीय बताते हुए कहा कि इस वीडियो को बिहार कांग्रेस और आरजेडी नेताओं ने साझा किया, जिससे उनकी फजीहत हो रही है। राजनीति में हार-जीत एक अलग मुद्दा है, लेकिन किसी के माता-पिता का अपमान करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानमंत्री की मां का अपमान न केवल उन्हें, बल्कि पूरे देश को ठेस पहुंचाता है।
उन्होंने कहा कि अपमान करने वालों को तुरंत माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि हर किसी की मां का सम्मान सर्वोपरि है।
संजय निरुपम ने कर्नाटक सरकार और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर भी प्रहार किया। उनका कहना है कि कर्नाटक में शिवाजी नगर मेट्रो स्टेशन का नाम बदलकर सेंट मैरी करने का प्रयास छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान है।
उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि महाराष्ट्र में रहकर राजनीति करने वाले उनके नेता इस प्रस्ताव पर चुप क्यों हैं। उन्होंने मांग की कि इस अपमानजनक प्रस्ताव को तुरंत वापस लिया जाए और शिवाजी महाराज के नाम का समुचित सम्मान किया जाए।
इसके अलावा, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के शपथ समारोह में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की अनुपस्थिति पर भी संजय निरुपम ने सवाल उठाए। उनका कहना था कि उपराष्ट्रपति का पद दलगत राजनीति से ऊपर है और ऐसे आयोजनों में विपक्षी नेताओं की उपस्थिति परंपरा का हिस्सा है।
संजय निरुपम ने राहुल गांधी पर संविधान और लोकतांत्रिक परंपराओं का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “विपक्ष केवल राजनीति में उलझा है, जनता से उसका कोई सरोकार नहीं।”
उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई पुलिस आयुक्त देवेन भारती से मुलाकात की है और संजय राउत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
राउत लगातार नेपाल जैसी हिंसा भारत में भड़काने की बात कर रहे हैं, जो देशविरोधी और लोकतंत्र विरोधी है। संजय राउत के बयान से देशद्रोह की बू आती है और उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।