क्या सांसद खंडेलवाल ने रामलीला के लिए मुफ्त मैदान और बिजली की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में रामलीला संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- सांसद ने मुख्यमंत्री से मुफ्त मैदान और बिजली की मांग की।
- रामलीला का आयोजन 22 सितंबर 2025 से शुरू होगा।
- 500 से अधिक रामलीलाएं दिल्ली में होती हैं।
- सरकार को धार्मिक कार्यक्रमों का समर्थन करना चाहिए।
नई दिल्ली, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने शनिवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को एक पत्र में कहा कि जिस प्रकार कांवड़ यात्रा और हज यात्रियों को मुफ्त में स्थान और बिजली प्रदान की जाती है, उसी तरह दिल्ली में रामलीला का आयोजन करने वाली समितियों को भी बिना किसी शुल्क के मैदान और बिजली उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
सांसद खंडेलवाल ने सीएम को संबोधित करते हुए लिखा, "रामलीला उत्सव हर वर्ष दिल्ली समेत पूरे देश में उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है और यह वास्तव में भारतीय संस्कृति और सभ्यता की अमूल्य धरोहर है। दिल्ली में यह भव्य उत्सव दस दिनों तक चलता है, जिसमें प्रभु श्री राम की जीवन लीला और उनके आदर्शों का मंचन लोगों को प्रेरणा प्रदान करता है।"
उन्होंने आगे कहा, "इस वर्ष रामलीला उत्सव 22 सितंबर 2025 से 3 अक्टूबर 2025 तक आयोजित होगा और दशहरा 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा। मैं दिल्ली सरकार से अनुरोध करता हूं कि आगामी रामलीला उत्सव को भव्य और व्यवस्थित बनाने के लिए तुरंत कदम उठाए।"
सांसद ने बताया कि दिल्ली में लगभग 500 छोटी-बड़ी रामलीलाएं होती हैं, जिनमें से अधिकांश बड़ी रामलीलाएं चांदनी चौक में आयोजित होती हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने 23 मई 2025 को दिल्ली की प्रमुख रामलीला समितियों की बैठक बुलाई थी, जिसमें कई समस्याएं सामने आईं।
प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि बैठक में समितियों ने मांग की कि रामलीला के लिए मैदान समय पर और कम से कम 45 दिन पहले डीडीए और एमसीडी द्वारा उपलब्ध कराए जाएं और ये मैदान बिना किसी शुल्क के प्रदान किए जाएं क्योंकि यह एक धार्मिक कार्यक्रम है। इसके अलावा, रामलीला शुरू होने से पूर्व मैदान की अच्छी तरह सफाई की जाए, कीटनाशक का छिड़काव किया जाए और मैदान को समतल किया जाए ताकि रामलीला में किसी को कोई कठिनाई न हो।