क्या संत समाज ने कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण के बयान की निंदा की?
सारांश
Key Takeaways
- पृथ्वीराज चव्हाण का बयान विवाद का कारण बना।
- संत समाज ने कड़ी निंदा की।
- भाजपा ने माफी की मांग की।
- सेना पर सवाल उठाना गंभीर मुद्दा है।
- कांग्रेस की सोच में विकृति का आरोप।
वाराणसी, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण के ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना पर दिए गए बयान ने विवाद पैदा कर दिया है। इस पर भाजपा ने कांग्रेस नेता से माफी मांगने की अपील की है।
अब इस विषय पर वाराणसी के संत समाज का गुस्सा भी सामने आया है। संतों का कहना है कि कांग्रेस की सोच में विकृति आ चुकी है।
जगद्गुरु बालक देवाचार्य जी महाराज ने पृथ्वीराज चव्हाण और कांग्रेस सांसद उज्ज्वल रमण सिंह के बयानों की निंदा की, यह कहते हुए कि कांग्रेस की सोच विकृत हो गई है और वे सेना पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सेना अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा करती है और सेना पर उंगली उठाना एक अपराध है। राहुल गांधी को यह समझना चाहिए कि पार्टी के बड़े नेता अगर ऐसे बयान देंगे तो पार्टी को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
महंत धनुष धारी जी महाराज ने सेना के जवानों पर की गई टिप्पणियों पर कहा कि सबसे बड़ी गलती खुद कांग्रेस की है, जो अपने परिवारों को छोड़कर बॉर्डर पर तैनात जवानों पर आरोप लगा रही है। हमारी सेना जाति या धर्म देखकर रक्षा नहीं करती है, बल्कि समस्त देश की सुरक्षा करती है।
छठ पर्व पर राहुल गांधी के बयान को दोहराते हुए महंत धनुष धारी जी महाराज ने कहा कि उन्होंने बिहार के पावन छठ पर भी सवाल उठाए थे। उनके पूर्वजों को भी नहीं पता था कि छठ क्या है। जो भारत के त्योहारों और विरासत को नहीं समझेगा, वह क्या समझेगा?
एक अन्य संत ने कहा कि यह सेना का नहीं बल्कि देश का अपमान है। यह किस तरह का आरोप है, जब सेना देश की रक्षा के लिए आतंकवादियों से लड़ रही है, और कांग्रेस के नेता उन्हें गलत ठहरा रहे हैं। कांग्रेस के नेता देश में रहने लायक नहीं हैं, उन्हें विदेश भेजा जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की मानसिकता शुरू से ही खराब रही है। अगर कांग्रेस न होती, तो देश का बंटवारा नहीं होता और पाकिस्तान आज हमारा हिस्सा होता।
गौरतलब है कि पृथ्वीराज चव्हाण ने ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना की क्षमताओं पर सवाल उठाते हुए कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के पहले दिन ही भारतीय सेना हार गई थी, क्योंकि पाकिस्तानी सेना ने भारतीय वायुसेना के विमानों को अपने हमले से गिरा दिया था। इस बयान के बाद भाजपा ने विपक्ष पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और पृथ्वीराज चव्हाण से माफी मांगने का दबाव बना रही है।