क्या सत्यपाल मलिक का निधन भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ा नुकसान है?

सारांश
Key Takeaways
- सत्यपाल मलिक का निधन भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ा नुकसान है।
- वे सच्चाई के प्रति निडर थे और हमेशा किसानों के हितों की बात करते थे।
- उनके निधन पर कई नेताओं ने अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं।
नई दिल्ली, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और अन्य कई नेताओं ने सोशल मीडिया एक्स पर अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की। सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को 1 बजकर 12 मिनट पर दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में अंतिम सांस ली।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा, "पूर्व राज्यपाल और किसान हितैषी नेता, सत्यपाल मलिक के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। वे हमेशा निडरता के साथ सत्ता को सच का आईना दिखाते रहे। शोकाकुल परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।"
राहुल गांधी ने लिखा, "सत्यपाल मलिक जी के निधन की खबर सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। मैं उन्हें हमेशा एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद करूंगा, जो अंतिम समय तक बिना डर के सच बोलते रहे।"
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "देश के किसानों की आवाज और पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन अत्यंत दुखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।"
अरविंद केजरीवाल ने लिखा, "सत्यपाल मलिक जी का निधन भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ा नुकसान है। वे एक साहसी नेता थे, जो सच बोलने से कभी नहीं चूके।"
अखिलेश यादव ने भी शोक व्यक्त किया, "सत्यपाल मलिक जी का निधन अत्यंत दुःखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।"