क्या नागालैंड में अंगामी ट्राइब के कार्यक्रम में सिंधिया का अनोखा अंदाज देखने को मिला?

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क्या नागालैंड में अंगामी ट्राइब के कार्यक्रम में सिंधिया का अनोखा अंदाज देखने को मिला?

सारांश

क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नागालैंड के अंगामी समुदाय में अपने नृत्य से सबका दिल जीत लिया? जानें इस अनोखे कार्यक्रम के बारे में, जहां संस्कृति और उत्साह का अद्भुत मिश्रण देखने को मिला।

Key Takeaways

  • ज्योतिरादित्य सिंधिया का कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी।
  • अंगामी समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर का महत्व।
  • पूर्वोत्तर की संस्कृति के प्रति संवेदनशीलता।

नागालैंड, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्वोत्तर के अद्भुत सांस्कृतिक विविधता का रंग उस समय और गहरा हो गया, जब केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को नागालैंड के अंगामी समुदाय के पारंपरिक कार्यक्रम में भाग लिया। तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे सिंधिया न केवल उपस्थित रहे, बल्कि अंगामी जनजाति की धुनों और रिवाजों में धंसते हुए दिखाई दिए।

कार्यक्रम के दौरान जब पारंपरिक नगाड़ों और ड्रमों की धुनें गूंजीं, तब सिंधिया भी खुद को रोक नहीं पाए। उन्होंने वहां मौजूद समुदाय के सदस्यों के साथ पारंपरिक नृत्य करने लगे। उनके चेहरे की सहज मुस्कान और नृत्य की लय ने वहां उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। स्थानीय लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया, जिसका जवाब सिंधिया ने उसी आत्मीयता के साथ दिया। इस संबंध में एक वीडियो भी सामने आया।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में शामिल होने के बाद सिंधिया ने कहा कि पूर्वोत्तर के प्रति उनका लगाव केवल औपचारिक नहीं, बल्कि आत्मिक है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर की संस्कृति को केवल देखा नहीं जाता, इसे आत्मा से महसूस किया जाता है। अंगामी समुदाय की ऊर्जा, अनुशासन और सांस्कृतिक समृद्धि अद्भुत है।

अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पारंपरिक नृत्य का वीडियो शेयर करते हुए सिंधिया ने पोस्ट में लिखा, "जब अंगामी ड्रम बजते हैं, तो आप खड़े नहीं रहते, आप उनके साथ नाचते हैं। नागालैंड की अद्भुत उत्साह, ऊर्जा और जीवंत संस्कृति की गर्मजोशी के लिए हृदय से आभारी हूं।"

बता दें कि इससे पूर्व भी कई अवसरों पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का अनोखा अंदाज देखने को मिला है। अक्टूबर में दशहरा के दौरान ग्वालियर में उनका राजशाही अंदाज सामने आया था। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके पुत्र महान आर्यमन सिंधिया राजसी वेशभूषा पहनकर देवघर पहुंचे थे और करीब आधे घंटे तक पूजा अर्चना की।

इसके बाद, उन्होंने रियासतकालीन परंपरा के तहत राज दरबार लगाया, जिसमें सिंधिया रियासत के सरदारों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और आर्यमन सिंधिया का स्वागत किया। इस मौके पर सिंधिया की रियासत के सरदारों और परिवारों के सदस्यों से भी बातचीत हुई।

Point of View

यह देखना सराहनीय है कि हमारे नेता क्षेत्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं। यह न केवल स्थानीय संस्कृति को मान्यता देता है, बल्कि राष्ट्रीय एकता को भी बढ़ावा देता है।
NationPress
09/12/2025

Frequently Asked Questions

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किस कार्यक्रम में भाग लिया?
उन्होंने नागालैंड के अंगामी समुदाय के पारंपरिक कार्यक्रम में भाग लिया।
सिंधिया ने कार्यक्रम में क्या किया?
उन्होंने अंगामी जनजाति की धुनों पर पारंपरिक नृत्य किया।
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