क्या सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम से यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र रोजगार हब बनेगा?
सारांश
Key Takeaways
- यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र रोजगार हब बन रहा है।
- एचसीएल और फॉक्सकॉन की ओसैट यूनिट से 3500 रोजगार अवसर मिलेंगे।
- कौशल विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
- स्थानीय एमएसएमई को नए अवसर मिलेंगे।
- सेमीकंडक्टर उद्योग से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
लखनऊ, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में रोजगार सृजन को प्राथमिकता देते हुए सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को एक मजबूत नींव प्रदान करना अब प्रदेश की औद्योगिक नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता जा रहा है। इस दिशा में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में स्थापित होने जा रही एचसीएल और फॉक्सकॉन की संयुक्त ओसैट यूनिट को एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
इससे यह कहा जाने लगा है कि सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के विस्तार के साथ यमुना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र तेजी से उत्तर प्रदेश के एक नए रोजगार हब के रूप में उभर रहा है। यह पहल न केवल औद्योगिक विकास को गति देगी, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी नई मजबूती प्रदान करेगी।
एचसीएल ग्रुप की चेयरपर्सन, रोशनी मल्होत्रा के अनुसार, एचसीएल और फॉक्सकॉन की संयुक्त ओसैट यूनिट से उत्तर प्रदेश में रोजगार सृजन को नई दिशा मिलने जा रही है। प्रस्तावित परियोजना के जरिए प्रदेश में 3500 से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न होने की संभावना है। इनमें इंजीनियरिंग, तकनीशियन, उत्पादन विशेषज्ञ, गुणवत्ता नियंत्रण और प्रबंधन से जुड़ी भूमिकाएं शामिल होंगी। यह पहल प्रदेश में उच्च तकनीक आधारित रोजगार की एक मजबूत नींव के रूप में देखी जा रही है, जिससे युवाओं को आधुनिक उद्योग से सीधे जुड़ने का मौका मिलेगा।
रोजगार के संदर्भ में इस परियोजना का प्रभाव केवल फैक्ट्री परिसर तक सीमित नहीं रहेगा। सेमीकंडक्टर यूनिट के साथ पैकेजिंग, लॉजिस्टिक्स, कच्चा माल आपूर्ति उपकरण, रखरखाव और सेवा क्षेत्र से जुड़े कई सहायक उद्योग विकसित होंगे। इसके परिणामस्वरूप हजारों अप्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त, स्थानीय एमएसएमई को भी विस्तार और नए व्यावसायिक अवसर प्राप्त होंगे, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
सेमीकंडक्टर उद्योग के साथ प्रदेश सरकार द्वारा स्किल डेवलपमेंट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ओसैट परियोजना के तहत उन्नत तकनीकों में युवाओं को प्रशिक्षित करने की योजना बनाई जा रही है। उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे ताकि प्रदेश की नई पीढ़ी को भविष्य की तकनीकी आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किया जा सके।
इससे दीर्घकाल में युवाओं की रोजगार क्षमता मजबूत होगी और उन्हें वैश्विक स्तर के अवसर प्राप्त होंगे। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में जेवर एयरपोर्ट के पास स्थापित होने जा रही यह यूनिट क्षेत्रीय विकास के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बेहतर कनेक्टिविटी और आधुनिक औद्योगिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के कारण यह इलाका तेजी से एक हाई टेक रोजगार हब के रूप में उभर रहा है।
निवेश के बढ़ते प्रवाह से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि उत्तर प्रदेश सेमीकंडक्टर आधारित अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की दिशा में आगे बढ़ेगा।