क्या शहडोल में पीएम जीवन ज्योति योजना जरूरतमंदों के लिए सहारा बनी है?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना गरीब परिवारों के लिए सहारा है।
- योजना के तहत 18-50 वर्ष के लोग बीमा प्राप्त कर सकते हैं।
- बीमा राशि से परिवारों ने कर्ज चुकाए हैं।
- योजना ने आर्थिक सुरक्षा प्रदान की है।
- इससे कई परिवारों को नया जीवन मिला है।
शहडोल, 13 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ की गई प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) आज गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए एक मजबूत सहारा बन चुकी है। इस योजना का प्रभाव शहडोल जिले में भी स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जहाँ कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोने के बाद इस योजना से मिली बीमा राशि के माध्यम से इलाज के कर्ज चुकाए और अपने जीवन को फिर से सामान्य किया।
ग्राम भेलवा डोमरी की मृतका फूलमती बैगा के लाभार्थी पति बालमुकुंद बैगा ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "मेरी पत्नी का खाता सेंट्रल बैंक में था। बीमारी के कारण उनकी मृत्यु हो गई। सरकार की जीवन ज्योति बीमा योजना उनके नाम से थी। मैंने नॉमिनी के रूप में दो लाख रुपए प्राप्त किए। बीमारी के दौरान मेरे ऊपर कुछ कर्ज हो गए थे, जिन्हें मैंने प्राप्त राशि से चुकाया है और उसी पैसे से मैं भी अपना इलाज करा रहा हूँ। जो पैसे बचे हैं, उससे मैं अपना जीवनयापन कर रहा हूँ। इस योजना के लिए मैं मोदी सरकार का आभार प्रकट करता हूँ।"
दूसरे लाभार्थी अभिनेश सिंह चौहान (कविता सिंह चौहान के भाई) ने कहा, "मैं शहडोल का निवासी हूँ। मेरी बहन कविता सिंह चौहान शहडोल में मेरे साथ रहती थी। अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल में भर्ती कराने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें बाहर ले जाने की सलाह दी, परंतु उनकी जान नहीं बच सकी। जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत उनका सेंट्रल बैंक में खाता था, जिसमें उनका प्रीमियम कटता था। मैं उनके खाते का नॉमिनी था। प्रीमियम क्लेम करने के लिए हमने आवेदन किया, जिसके तहत 2 लाख रुपए मिले। मेरे ऊपर दवाइयों और बाहरी इलाज का खर्चा बढ़ गया था। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के माध्यम से मिली राशि से हमने सभी कर्ज चुकाए। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूँ।"
वहीं, सेंट्रल बैंक शहडोल के रीजनल मैनेजर अभियंक शर्मा ने योजना की जानकारी देते हुए बताया, "जीवन ज्योति योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है। इसमें 18 से 50 साल के लोगों को बीमा के दायरे में लाने का प्रयास किया गया है, जिसमें 436 रुपए की न्यूनतम प्रीमियम देकर दो लाख रुपए का बीमा प्राप्त किया जा सकता है। किसी भी प्रकार की सामान्य दुर्घटनात्मक मृत्यु होने पर आप बीमा का क्लेम कर सकते हैं। यह योजना भारत सरकार की एक दूरदर्शी योजना है। इस योजना के तहत कई लोग लाभान्वित हो रहे हैं।"
गौरतलब है कि 9 मई 2015 को कोलकाता से इस योजना की शुरुआत की गई थी। इसका उद्देश्य है कि देश के हर नागरिक को बहुत ही कम खर्च में जीवन बीमा की सुविधा मिले और किसी दुर्घटना या बीमारी से हुई मौत के बाद उनके परिवार की आर्थिक सहायता की जा सके।