क्या देश में घुसपैठियों के लिए कोई जगह नहीं है? गरीबों के कल्याण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है: शाहनवाज हुसैन
सारांश
Key Takeaways
- भारत में अवैध निवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
- सरकार का गरीबों के कल्याण के प्रति दृढ़ संकल्प
- घुसपैठियों को देश छोड़ने की सलाह
- गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का कार्यान्वयन
- राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक कल्याण का संतुलन
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने भारत में अवैध रूप से निवास कर रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ एक गंभीर रुख अपनाया है।
उन्होंने बुधवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि देश भर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। अब एसआईआर की प्रक्रिया आरंभ की जा चुकी है। ऐसे सभी व्यक्तियों को पहचाना जा रहा है, जो यहाँ अवैध रूप से रह रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मैं बांग्लादेशी घुसपैठियों से स्पष्ट कहना चाहता हूँ कि उनके लिए बेहतर होगा कि वे इस देश को छोड़ दें। अब इन लोगों का यहाँ रहना उचित नहीं है। यदि घुसपैठिए नहीं जाते हैं तो मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि हम इन्हें खुद देश की सीमा से बाहर ले जाएंगे, क्योंकि इनका हमारे देश में रहना अब उचित नहीं है।"
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हमारी सरकार इस समय गरीबों के हितों के प्रति सजग है और उनके कल्याण को प्राथमिकता दे रही है। हम अपने देश के गरीबों के उत्थान पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उनके अधिकारों के साथ हम किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकते। ऐसी स्थिति में हम बाहरी लोगों को कैसे स्वीकार कर सकते हैं?
भाजपा नेता ने कहा कि हमारी सरकार इस समय गरीबों के कल्याण के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएँ लागू कर रही है। इसके अतिरिक्त, हम गरीबों को गैस सिलेंडर उपलब्ध करा रहे हैं और उनके बैंक में खाते खोलवा रहे हैं ताकि उन्हें पूरी तरह से सशक्त किया जा सके। उनके अधिकारों के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता, लेकिन मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूँ कि यह सब कुछ भारतीय गरीबों के लिए है, न कि घुसपैठियों के लिए।