क्या 15 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच नॉर्थ इंडिया में क्रिकेट मैच नहीं होने चाहिए? सांसद शशि थरूर

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क्या 15 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच नॉर्थ इंडिया में क्रिकेट मैच नहीं होने चाहिए? सांसद शशि थरूर

सारांश

सांसद शशि थरूर ने उत्तर भारत में क्रिकेट मैचों के आयोजन पर सवाल उठाते हुए बीसीसीआई से अपील की है कि वे दिसंबर और जनवरी में मैचों के लिए दक्षिण भारत को प्राथमिकता दें। क्या यह सही है कि कोहरे और प्रदूषण के बीच खिलाड़ियों की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जा रहा?

Key Takeaways

  • शशि थरूर ने उत्तर भारत में दिसंबर-जनवरी में क्रिकेट मैचों के आयोजन पर चिंता जताई।
  • कोहरे और प्रदूषण के कारण खिलाड़ियों के लिए खेलना मुश्किल हो सकता है।
  • दक्षिण भारत में क्रिकेट मैचों की मेज़बानी के लिए बेहतर स्थिति है।
  • बीसीसीआई को मौसम और प्रदूषण के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।
  • राजीव शुक्ला ने रोटेशन पॉलिसी का हवाला दिया।

नई दिल्ली, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। लखनऊ में होने वाले टी20 मैच के रद्द होने के बाद सांसद शशि थरूर ने बीसीसीआई पर लगातार सवाल उठाए हैं। संसद के बाहर उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस समय उत्तर भारत में क्रिकेट कराना खिलाड़ियों के साथ एक नाइंसाफी है। उनका कहना है कि इस मौसम में घना कोहरा और प्रदूषण इतना बढ़ जाता है कि खिलाड़ियों के लिए गेंद देखना भी मुश्किल हो जाता है। यही कारण है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच का मैच नहीं हो सका और पूरे देश में निराशा का माहौल है।

शशि थरूर ने कहा कि उनका तर्क स्पष्ट है। यदि दिसंबर और जनवरी में क्रिकेट मैच आयोजित करने हैं, तो उन्हें दक्षिण भारत में आयोजित किया जाना चाहिए। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र तिरुवनंतपुरम का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां एक बेहतरीन स्टेडियम है और केरल पूरी तरह से मैचों की मेज़बानी के लिए तैयार है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि साल के अंत में महिला क्रिकेट टीम तिरुवनंतपुरम में खेलने वाली है, जिससे यह स्पष्ट है कि वहां क्रिकेट के लिए स्थिति अनुकूल रहती है।

थरूर ने बीसीसीआई से अपील की कि मैचों के कार्यक्रम में मौसम और प्रदूषण को गम्भीरता से लिया जाए। उन्होंने कहा कि यह कोई मजाक नहीं है, बल्कि खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के हित से जुड़ा मामला है। उनका कहना है कि दक्षिण भारत में न तो इतना कोहरा होता है और न ही प्रदूषण की समस्या अधिक रहती है, जिससे वहां गेंद साफ दिखाई देती है और खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।

इस दौरान, उन्होंने सांसद राजीव शुक्ला को यह कहते हुए रोका कि जनवरी में उत्तर भारत में मैच आयोजित करने के बजाय केरल में मैच आयोजित किए जाने चाहिए। इस पर राजीव शुक्ला ने उत्तर दिया कि यह केवल केरल की बात नहीं है, बल्कि शेड्यूलिंग में यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि 15 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच उत्तर भारत में मैच न हों। उन्होंने यह भी कहा कि मैच रोटेशन पॉलिसी के तहत आयोजित होते हैं और सभी मैचों को केरल में स्थानांतरित नहीं किया जा सकता। इस पर थरूर ने मुस्कराते हुए कहा कि यही तो सबके लिए बेहतर होगा।

इससे पहले, लखनऊ में मैच में देरी को लेकर शशि थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने लिखा कि घने कोहरे और 411 एक्यूआई के कारण मैच संभव नहीं हो पाया, जबकि तिरुवनंतपुरम में एक्यूआई लगभग 68 है।

Point of View

जो खेल की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है। यह समय है कि बीसीसीआई को इन पहलुओं पर गम्भीरता से विचार करना चाहिए।
NationPress
18/12/2025

Frequently Asked Questions

शशि थरूर ने किस मुद्दे पर सवाल उठाए हैं?
शशि थरूर ने उत्तर भारत में दिसंबर और जनवरी में क्रिकेट मैचों के आयोजन पर सवाल उठाए हैं, खासकर कोहरे और प्रदूषण के कारण।
केरल में क्रिकेट मैचों के लिए क्या कारण दिए गए?
थरूर ने केरल में बेहतरीन स्टेडियम और अनुकूल मौसम स्थितियों का जिक्र किया है, जिससे वहां मैच आयोजित करना बेहतर रहेगा।
क्या बीसीसीआई ने इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया दी है?
राजीव शुक्ला ने कहा कि मैच रोटेशन पॉलिसी के तहत सभी मैचों को केरल में स्थानांतरित नहीं किया जा सकता।
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