क्या बांग्लादेश में शेख हसीना के खुले खत से जनता को मिलेगी प्रेरणा?

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क्या बांग्लादेश में शेख हसीना के खुले खत से जनता को मिलेगी प्रेरणा?

सारांश

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक खुले पत्र के माध्यम से देशवासियों के साहस की प्रशंसा की है। उन्होंने वर्तमान अंतरिम सरकार की आलोचना करते हुए लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों की रक्षा हेतु संघर्ष जारी रखने की अपील की। यह पत्र बांग्लादेश के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है।

Key Takeaways

  • लोकतंत्र का महत्व
  • संकल्प और साहस
  • जनता की एकता
  • भविष्य के लिए संघर्ष
  • न्याय और आर्थिक अवसर

ढाका, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में मंगलवार को लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित अवामी लीग सरकार के पतन के एक वर्ष पूरे होने पर पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने वर्तमान अंतरिम सरकार की आलोचना की। उन्होंने अन्याय और दमन के खिलाफ खड़े होने वाले देशवासियों की सराहना की।

देश की जनता के नाम एक खुले पत्र में, शेख हसीना ने लिखा, "आज से एक साल पहले, हमारे देश ने हमारे कठिन संघर्षों से हासिल लोकतंत्र में हिंसक व्यवधान देखा, जब एक गैर-निर्वाचित शासन ने असंवैधानिक तरीकों से सत्ता हथिया ली। यह हमारे इतिहास का एक काला क्षण था। यह जनता की इच्छा का अपमान और नागरिकों तथा राज्य के साथ विश्वासघात था।"

मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की आलोचना करते हुए, हसीना ने लिखा, "भले ही उन्होंने सत्ता हथिया ली हो, लेकिन वे हमारी भावना, हमारे संकल्प या हमारे भाग्य को कभी नहीं छीन पाएंगे। मैं आपको इसका आश्वासन दे सकती हूं।"

उन्होंने बांग्लादेश के लोगों के असाधारण साहस की प्रशंसा की, जिन्होंने 'अन्याय और दमन' के सामने चुप रहने से इनकार कर दिया है।

पत्र में उन्होंने लिखा, "आपने लोकतंत्र, स्वतंत्रता और उस भविष्य के लिए आवाज उठाई, जिसके हम सभी हकदार हैं। मैं आपके साहस और देश के प्रति आपके प्रेम से निरंतर प्रेरित हूं। हालांकि, इस बीते वर्ष ने हमारी परीक्षा ली है, लेकिन इसने हमारे लोगों और लोकतंत्र के मूल्यों के बीच के अटूट बंधन को भी उजागर किया है। हमने कठिनाइयाँ झेली हैं, लेकिन उन कठिनाइयों में भी हमने एकता और उद्देश्य पाया है।"

हसीना ने लिखा, "सत्ता जनता की होती है, कोई भी शासन किसी राष्ट्र की इच्छाशक्ति को हमेशा के लिए दबा नहीं सकता, और न्यायोचित उद्देश्यों के लिए उनका संघर्ष जारी है।"

पूर्व प्रधानमंत्री ने लोगों से न्याय, आर्थिक अवसर, शिक्षा, शांति और एक ऐसे राष्ट्र के लिए खड़े रहने का आग्रह किया जहां कोई भी भय में न रहे।

उन्होंने लिखा, "हम सब मिलकर जो टूट गया है उसे फिर से बनाएंगे। हम सब मिलकर उन संस्थानों को पुनः प्राप्त करेंगे जो हमसे छीन लिए गए थे। हम सब मिलकर एक नया अध्याय लिखेंगे, जो उत्पीड़न से नहीं, बल्कि आशा, प्रगति और स्वतंत्रता से परिभाषित होगा।"

पूर्व प्रधानमंत्री ने लिखा, "बांग्लादेश ने पहले भी विपरीत परिस्थितियों का सामना किया है। हम फिर से उठ खड़े होंगे, और भी मजबूत, और भी एकजुट, और एक ऐसे लोकतंत्र के निर्माण के लिए और भी दृढ़ संकल्प के साथ, जो वास्तव में अपने लोगों की सेवा करे। मुझे आप पर विश्वास है। मुझे बांग्लादेश पर विश्वास है। और मेरा मानना है कि हमारे सबसे अच्छे दिन अभी आने बाकी हैं।"

हसीना ने पत्र को 'उज्जवल कल के लिए एक आह्वान' के रूप में याद रखने की अपील की।

Point of View

यह स्पष्ट है कि बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति में अस्थिरता कई चुनौतियाँ प्रस्तुत करती है। शेख हसीना का पत्र एक सकारात्मक संकेत है, जो लोगों को एकजुटता और संघर्ष के लिए प्रेरित करता है। यह समय है कि हम सभी मिलकर एक सशक्त और लोकतांत्रिक बांग्लादेश के निर्माण में सहयोग करें।
NationPress
19/09/2025

Frequently Asked Questions

शेख हसीना के पत्र में क्या मुख्य बातें शामिल हैं?
पत्र में हसीना ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखने की अपील की और जनता के साहस की सराहना की।
क्या हसीना ने वर्तमान सरकार की आलोचना की?
हाँ, उन्होंने मौजूदा अंतरिम सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सत्ता जनता की होती है।
पत्र का मुख्य संदेश क्या है?
पत्र का मुख्य संदेश है कि बांग्लादेश के लोग एकजुट होकर अपने अधिकारों और लोकतंत्र की रक्षा कर सकते हैं।
हसीना ने किस विषय पर जोर दिया?
उन्होंने न्याय, आर्थिक अवसर और शिक्षा के महत्व पर जोर दिया।
पत्र का ऐतिहासिक महत्व क्या है?
यह पत्र बांग्लादेश के भविष्य के लिए एक प्रेरणादायक संदेश प्रदान करता है।