क्या शेखर कपूर ने जीवन में रोमांच के लिए कमजोरियों से लड़ने की प्रेरणा दी?
सारांश
Key Takeaways
- जीवन का रोमांच आपकी तैयारी पर निर्भर करता है।
- निश्चितता की लत से लड़ना बहुत जरूरी है।
- बॉम्बे ड्रीम्स की कहानी प्रेरणादायक है।
- महान कलाकारों के साथ काम करना एक महत्वपूर्ण अनुभव है।
- एक आकस्मिक टिप्पणी से बड़े प्रोजेक्ट की शुरुआत हो सकती है।
मुंबई, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक शेखर कपूर अक्सर अपने विचारों और पुरानी यादों को सोशल मीडिया पर साझा करते रहते हैं। सोमवार को भी उन्होंने संगीत नाटक 'बॉम्बे ड्रीम्स' की शुरुआत से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा साझा किया।
शेखर कपूर ने इंस्टाग्राम पर एक पुरानी तस्वीर साझा की, जिसमें वे ए.आर. रहमान और संगीतकार एंड्रयू लॉयड वेबर के साथ दिखाई दे रहे हैं। निर्देशक ने लिखा कि जीवन एक बड़ा रोमांच है, लेकिन यह रोमांच तभी संभव है जब आप इसके लिए सक्रिय रूप से तैयारी करें और इसके लिए आपको मनुष्य की सबसे बड़ी कमजोरी, यानी निश्चितता और नियंत्रण की लत से लड़ना होगा।
उन्होंने बताया कि बॉम्बे ड्रीम्स की शुरुआत एक आकस्मिक टिप्पणी से हुई थी जो एंड्रयू लॉयड वेबर के साथ दोपहर के भोजन के दौरान हुई थी, और उसी बातचीत में पूरा प्रोजेक्ट तैयार हो गया। मुंबई के प्रतिष्ठित ताज महल होटल में एक पार्टी के दौरान, ए.आर. रहमान और एंड्रयू लॉयड वेबर ने एक ही पियानो पर अद्भुत संगीत की रचना की।
दरअसल, लंच के दौरान एंड्रयू लॉयड वेबर और मैं चर्चा कर रहे थे कि क्या हम 'फैंटम ऑफ द ओपेरा' को एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म के रूप में निर्देशित कर सकते हैं। उसी दौरान मैंने उन्हें एक अन्य फिल्म की कहानी के बारे में बताया जिस पर मैं काम कर रहा था।
एंड्रयू लॉयड वेबर जैसे महान कलाकार ने तुरंत समझ लिया कि यह ‘बॉलीवुड’ पर आधारित कहानी लंदन के वेस्ट एंड में दिखाई जाने वाली पहली आधुनिक भारतीय कहानी बन सकती है।
उन्होंने आगे बताया कि ऑस्कर विजेता संगीतकार ए.आर. रहमान को इससे जोड़ना भी एक अलग रोमांच था, लेकिन इसके बारे में मैं बाद में विस्तार से बताऊंगा। यह अवसर को भुनाने जैसा था। एक आकस्मिक टिप्पणी ने लंदन के वेस्ट एंड और ब्रॉडवे में पहले और बेहद सफल 'बॉलीवुड' संगीत को जन्म दिया।
'बॉम्बे ड्रीम्स' एक प्रसिद्ध बॉलीवुड-थीम म्यूजिक नाटक है, जिसे ए. आर. रहमान के संगीत और डॉन ब्लैक के बोल के साथ बनाया गया था। यह एक भारतीय लड़के की कहानी है जो मुंबई की झुग्गी-झोपड़ियों से निकलकर फिल्म स्टार बनने का सपना देखता है, जिसमें रोमांस, सपने और सामाजिक संघर्ष को दर्शाया गया है।