क्या शिरूर में चाकू की नोक पर लूटपाट के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- शिरूर में चाकू की नोक पर लूट का मामला
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया
- लूट में उपयोग किया गया चाकू और मोबाइल फोन बरामद
- आरोपियों पर अन्य मामले भी दर्ज हैं
- जांच टीम ने घटनास्थल के पास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की
शिरूर, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के शिरूर में रंजनगांव एमआईडीसी में काम कर रहे दो कर्मचारियों के साथ चाकू की नोक पर लूट का एक मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
यह घटना 7 नवंबर की शाम लगभग 7 बजे हुई। ढोकसंगवी के निवासी खेमसिंह पुरुषोत्तम सिंह सर्राटे अपने मित्र के साथ कंपनी की ओर जा रहे थे। तभी दो अज्ञात युवकों ने उन्हें रोका और गाली-गलौज करने लगे। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने चाकू उनकी गर्दन पर रखकर उन्हें धमकाया और दोनों से 8 हजार रुपए
दोनों युवक वहां से भागकर रंजनगांव एमआईडीसी पुलिस थाने पहुंचे और घटना की जानकारी दी।
पुलिस निरीक्षक महादेव वाघमोड़े ने एक विशेष जांच टीम का गठन किया। टीम ने घटनास्थल के पास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर संदिग्धों की पहचान की। पुलिस ने कई स्थानों पर दबिश दी, लेकिन आरोपी नहीं मिले।
फिर मुखबिर की सूचना पर, पुलिस ने कारेगांव निवासी सौरभ बालकृष्ण शेलार और मनीष भास्कर कालबांडे को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपराध स्वीकार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों से 60 हजार रुपए
जांच टीम में सहायक फौजदार दत्तात्रय शिंदे, पुलिस हवलदार उमेश कुटवाल, योगेश गुंड, किशोर शिवणकर, और पुलिस हवलदार विजय सरजीने शामिल थे। मामले की आगे की जांच की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपियों ने पहले कितनी लूट की है और उनके गिरोह में कितने लोग शामिल हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इन आरोपियों पर रंजनगांव एमआईडीसी पुलिस थाने में अन्य मामले भी दर्ज हैं।