क्या शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन के प्रयासों से वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण के लिए उम्मीद पोर्टल पर 6 माह का अतिरिक्त समय मिला?
सारांश
Key Takeaways
- अली जैदी के प्रयासों से वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण की अवधि बढ़ी है।
- वक्फ न्यायाधिकरण ने 6 महीने का अतिरिक्त समय दिया है।
- स्थानीय प्रतिनिधियों में खुशी का माहौल है।
- यह निर्णय वक्फ संपत्तियों के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।
- वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण प्रक्रिया को तेज करेगा।
लखनऊ, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी के निरंतर, पारदर्शी और प्रभावी प्रयासों का एक महत्वपूर्ण परिणाम सामने आया है। वक्फ न्यायाधिकरण ने वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण के लिए उम्मीद पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की अवधि को अतिरिक्त 6 महीने के लिए बढ़ाने का आदेश दिया है।
चेयरमैन शिया वक्फ बोर्ड हमेशा वक्फ हितों के संरक्षण और व्यवस्थापन के लिए निस्वार्थ भाव से आगे बढ़ते हैं। उन्होंने वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण को पूरा करने के लिए न्यायाधिकरण के समक्ष याचिका दायर कराने की जिम्मेदारी अपने बोर्ड के स्थायी अधिवक्ता रूवेद कमाल किदवई और विधि सहायक जफर सज्जाद को सौंपी। तत्परता से याचिका तैयार की गई, जिसमें जून 2025 से अब तक वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण की प्रगति, विवरण, और पोर्टल पर आने वाली कठिनाइयों का ब्यौरा न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
वक्फ न्यायाधिकरण ने बोर्ड द्वारा उठाए गए सभी विधिक बिंदुओं पर गहराई से विचार किया और याचिका को स्वीकार करते हुए पंजीकरण के लिए अतिरिक्त छह माह का समय प्रदान किया। यह निर्णय वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण को समयबद्ध और सुचारू बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
स्थानीय वक्फ प्रतिनिधियों और आम लोगों में इस निर्णय को लेकर खुशी का माहौल है। लोग इसे वक्फ संपत्तियों के संरक्षण और सुव्यवस्थित प्रबंधन की दिशा में एक बड़ा सुधारात्मक कदम मान रहे हैं। यह सफलता वक्फ बोर्ड के वर्तमान चेयरमैन और उनकी समर्पित टीम के प्रयासों का परिणाम है। यह निर्णय वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण प्रक्रिया को तेज करेगा और उनके संरक्षण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।