क्या शिवराज सिंह चौहान और जयंत चौधरी ने विजय सिन्हा के काफिले पर हमले की निंदा की?
सारांश
Key Takeaways
- विपक्ष की हताशा का संकेत है यह हमला।
- एनडीए का बढ़ता समर्थन जनता का विश्वास दर्शाता है।
- लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखना आवश्यक है।
पटना, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और जयंत चौधरी ने गुरुवार को लखीसराय में बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा की। दोनों नेताओं ने इस घटना को विधानसभा चुनाव में विपक्ष की हताशा का नतीजा बताया।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बिहार में जनता का मूड स्पष्ट रूप से एनडीए के पक्ष में है और विपक्ष सत्तारूढ़ गठबंधन के बढ़ते समर्थन से हताश है। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि चूंकि जनता ने उन्हें नकार दिया है, इसलिए वे इस तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि एक दिन पहले, राहुल बाबा ने वोट चोरी का आरोप लगाया था। तेजस्वी यादव ने एक अतिरिक्त घोषणापत्र जारी किया, क्योंकि उन्हें हार का पक्का यकीन है। आज विजय सिन्हा के काफिले पर हमला हुआ। यह उनकी हताशा है। चौहान ने एनडीए की प्रचंड जीत का दावा करते हुए कहा कि बिहार की जनता विपक्ष के झूठे आख्यान से प्रभावित नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि राहुल भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर कर रहे हैं। वह बाहरी ताकतों के प्रभाव में हैं और देश के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
वहीं, केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि यह घटना चुनावी नतीजों को लेकर विपक्ष की घबराहट को दर्शाती है। आज 121 सीटों पर मतदान हुआ और मुझे विश्वास है कि 11 नवंबर को होने वाले अगले चरण में और भी ज्यादा मतदान होगा।
उन्होंने कहा कि विजय सिन्हा पर हमला विपक्ष की हताशा का स्पष्ट संकेत है। लोगों को एहसास हो गया है कि वे एनडीए का सुशासन जारी रखना चाहते हैं। एनडीए सरकार ने बिहार में महिलाओं और युवाओं के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया है, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे विकास योजनाओं का लाभ उठाएं और विकास की मुख्यधारा में शामिल हों।
बता दें कि लखीसराय में विजय सिन्हा के काफिले पर उस समय हमला हुआ जब वे एक चुनावी कार्यक्रम में जा रहे थे। यह घटना कथित तौर पर तब हुई जब राजद समर्थकों के एक समूह ने उपमुख्यमंत्री के वाहन को घेर लिया। इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने काफिले पर पथराव करने का भी प्रयास किया।
घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने अधिकारियों को अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण चुनाव प्रचार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।