क्या शिवराज सिंह चौहान ने दिशा की बैठक में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए?

सारांश
Key Takeaways
- पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण
- 'महिला आंचल' कक्ष का उद्घाटन
- किसानों को राहत का आश्वासन
- कृषि एक्शन प्लान की तैयारी
- जल जीवन मिशन के तहत नलजल योजनाएं
विदिशा, १३ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र विदिशा का दौरा किया, जहाँ उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके बाद उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बनाए गए 'महिला आंचल' कक्ष का उद्घाटन किया, जो माताओं और बच्चों की विशेष जरूरतों के लिए तैयार किया गया है।
इसके बाद, शिवराज सिंह चौहान ने जिला योजना (दिशा) समिति की बैठक में भाग लिया, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। उन्होंने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि कोई भी योग्य व्यक्ति शासन की योजना से वंचित न रहे, और अंतिम व्यक्ति तक सुशासन पहुंचे। हमारी सरकार का संकल्प है कि हम समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा से जोड़ें।
इस बार विदिशा में किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। जिले के २०० से अधिक खेतों में बोई गई सोयाबीन की फसल नहीं उग सकी। जांच में पाया गया कि किसानों ने बहुत सी जगहों पर गैर-प्रमाणित बीज का उपयोग किया, जो या तो खुद के पास रखे गए थे या किसी से लिए गए थे।
इस पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने एक टीम भेजकर जांच करवाई है। किसानों ने जो बीज बोया, वह अधिकांशतः खुद का या अनधिकृत स्रोत से लिया हुआ था। अब जांच अंतिम चरण में है। मुआवजा और राहत सुनिश्चित की जाएगी। जिन किसानों ने फसल बीमा योजना के तहत पंजीकरण किया है, उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा। हम सभी किसानों के साथ हैं। प्रभावित किसानों को मुआवजा और अन्य जरूरी राहत दी जाएगी। इसके साथ ही, फसल बीमा योजना का लाभ भी उन्हें दिलाया जाएगा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जिले के समग्र विकास के लिए एक अलग कृषि एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है, जिसमें सिंचाई, जल जीवन मिशन, बिजली और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि पीएम जनमन योजना के तहत जिले के ८६ गांवों को सड़कों से जोड़ा गया है और बचे हुए गांवों के लिए सर्वे कार्य चल रहा है। जल जीवन मिशन के तहत पांच बड़ी नलजल योजनाएं अंतिम चरण में हैं, जिनके पूरा होते ही अक्टूबर-नवंबर तक कई इलाकों में नलों से पानी पहुंचना शुरू हो जाएगा। गरीबी मुक्त गांव और विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए हम सभी मिलकर कार्य कर रहे हैं।