क्या वडोदरा का सावली का स्मार्ट आंगनवाड़ी केंद्र बच्चों के लिए एक नया मॉडल है?
सारांश
Key Takeaways
- स्मार्ट आंगनवाड़ी में आधुनिक शिक्षा की सुविधाएं हैं।
- बच्चों की उपस्थिति में सुधार हुआ है।
- पौष्टिक आहार और डे-केयर सेवाएं उपलब्ध हैं।
- अभिभावकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।
- यह केंद्र शिक्षा के लिए एक मिसाल बन गया है।
वडोदरा, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के वडोदरा जिले के सावली तालुका में नमिसारा गांव का आंगनवाड़ी केंद्र वर्तमान में सुविधाओं और शिक्षा के क्षेत्र में निजी प्ले स्कूलों को पीछे छोड़ रहा है।
यह आंगनवाड़ी केंद्र महिंद्रा एक्सेलो और यूनाइटेड-वे ऑफ वडोदरा की सीएसआर पहल के अंतर्गत विकसित किया गया है। यहां नौनिहालों को आधुनिक शिक्षा और डे-केयर के लिए स्मार्ट टीवी से लेकर पोषण युक्त भोजन तक सभी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
आईसीडीएस की प्रोग्राम ऑफिसर सावित्री ए. नाथजी ने बताया कि बच्चों की डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आंगनवाड़ी में स्मार्ट टीवी उपलब्ध कराया गया है। इसमें एक पेन ड्राइव भी है, जिससे बच्चों को कहानियां, नर्सरी राइम्स और कविताओं के ऑडियो-वीडियो दिखाए जाते हैं, ताकि वे सुनकर और देखकर सीख सकें।
पहले इस आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों की उपस्थिति बहुत कम थी, लेकिन स्मार्ट आंगनवाड़ी बनने के बाद उनकी उपस्थिति सौ प्रतिशत हो गई है।
ऑफिसर सावित्री ए. नाथजी ने कहा कि नमिसारा-1 के आंगनवाड़ी में निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं उपलब्ध होने के कारण अब अभिभावक खुशी-खुशी अपने बच्चों को यहां भेजते हैं। आंगनवाड़ी में लगभग 100 प्रतिशत उपस्थिति रहती है।
अभिभावकों के अनुसार, बच्चों को यहां पौष्टिक आहार और मॉडर्न एजुकेशन जैसी सभी सुविधाएं मिलती हैं, और वे खुशी-खुशी घर से स्कूल जाते हैं।
अभिभावक अफरोज बानो चौहान ने कहा कि बच्चों को बाल मंदिर में जो सिखाया जाता है, वे सब कुछ बोलकर पढ़ते हैं। उन्हें यहां अच्छा खाना, दूध और फल सहित सभी व्यंजन मिलते हैं। मेरी लड़की घर आकर पढ़ती है और केंद्र में सब कुछ सीखती है।
नमिसारा गांव का यह स्मार्ट आंगनवाड़ी पूरे जिले में एक मिसाल बन गया है। यहां न केवल छोटे बच्चों को आधुनिक शिक्षा दी जा रही है, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य की ठोस नींव भी रखी जा रही है।