क्या श्रीकाकुलम मंदिर हादसे पर मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने अपने दुख का इजहार किया?
सारांश
Key Takeaways
- श्रीकाकुलम में भगदड़ में 9 श्रद्धालुओं की मौत हुई।
- मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने घटना पर दुख जताया।
- भक्तों की भारी भीड़ के कारण यह हादसा हुआ।
- मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए।
- सरकार ने पीड़ितों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया।
नई दिल्ली, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में काशीबुग्गा वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में शनिवार को एक भयानक भगदड़ हुई, जिसमें 9 श्रद्धालुओं की दुखद मौत हो गई। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "श्रीकाकुलम, आंध्र प्रदेश में काशीबुग्गा वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ में हुई जनहानि से मैं अत्यंत दुःखी हूं। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं और घायलों के प्रति भी मेरी संवेदनाएं हैं।"
उन्होंने कहा, "भीड़ प्रबंधन दिशानिर्देशों का पालन अनिवार्य है और हमें इसे कड़ाई से लागू करने के लिए सभी प्रयास करने चाहिए। आंध्र प्रदेश सरकार को प्रभावित परिवारों को तुरंत पर्याप्त और समय पर मुआवजा देना चाहिए। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को इस कठिन समय में शोक संतप्त परिवारों की हर संभव मदद करनी चाहिए।"
राहुल गांधी ने 'एक्स' पर लिखा, "श्रीकाकुलम, आंध्र प्रदेश में काशीबुग्गा वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ में हुई जनहानि से मैं अत्यंत दुःखी हूं। शोक संतप्त परिवारों और सभी घायलों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मैं आशा करता हूं कि उन्हें शक्ति मिले और वे जल्द स्वस्थ हों।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं आंध्र प्रदेश सरकार से आग्रह करता हूं कि राहत-बचाव कार्यों के लिए सभी आवश्यक संसाधन जुटाए और पीड़ित परिवारों के साथ सहानुभूति, सम्मान और शीघ्रता से संपर्क बनाए। मैं क्षेत्र के हमारे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी अपील करता हूं कि वे राहत कार्यों में सहयोग करें और शोक संतप्त लोगों का साथ दें।"
भक्तों की भारी भीड़ के कारण वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में एकादशी उत्सव के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें अधिकांश मृतक महिलाएं और बच्चे थे। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि श्रद्धालुओं की अधिक संख्या के कारण यह अफरा-तफरी हुई। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना पर दुख जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है।