क्या चुनाव में जन सुराज के अध्यक्ष और संचालक की जमानत जब्त होगी?

सारांश
Key Takeaways
- राजद के सांसद सुधाकर सिंह ने जन सुराज की तुलना प्लुरल्स पार्टी से की।
- भाजपा के दिलीप जयसवाल को भ्रष्ट बताया गया।
- जनता ने सत्ता परिवर्तन के लिए मन बना लिया है।
- नीतीश कुमार की योजनाएं जनमानस में विश्वास नहीं जीत सकेंगी।
- चुनाव में जन सुराज की जमानत पर सवाल उठाए गए।
छपरा, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राजद के सांसद सुधाकर सिंह ने जन सुराज की तुलना प्लुरल्स पार्टी से करते हुए कहा कि चुनाव में जन सुराज के अध्यक्ष और संचालक की जमानत जब्त होगी। पार्टी के अन्य उम्मीदवारों का क्या हश्र होगा, यह सोचने वाली बात है।
बनियापुर में पहुंचे बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने आगामी चुनाव को लेकर जन सुराज पार्टी के सवालों पर कहा, "प्रशांत किशोर पहले दूसरों के लिए प्रचार करते थे, ढोल बजाते थे, अब अपने लिए बजाते हैं। क्या फर्क पड़ता है? जब चुनाव आता है, चार-पांच पार्टियां बनती रहती हैं।"
उन्होंने भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयसवाल को लेकर कहा कि वे भ्रष्ट हैं, पहले भी वे विवादों में रहे हैं। ये लोग भाजपा में ही अध्यक्ष बन सकते हैं। बेइमानी से धनासेठ बने हैं, ऐसे लोगों को भाजपा ही प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है, उनपर जितने भी आरोप हैं, वे कम हैं। जब ये मंच पर आते हैं तो गाना गाने लगते हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जनता सत्ता परिवर्तन के लिए मन बना चुकी है। नीतीश कुमार आज नई योजनाओं के जरिए अपना पाप धोना चाहते हैं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार के पाप धुलने वाले नहीं हैं। 'गुरु चेला' लोगों को ठगने के लिए फिर जुमलों की बारिश करने लगे हैं, लेकिन अब कुछ होने वाला नहीं है। लोग अब एनडीए को सत्ता से बेदखल करने का मूड बना चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 साल पहले कहा था कि यहां की लीची विदेश जाएगी और मैं मोतिहारी की चीनी से चाय पियूंगा। 10 साल में कुछ नहीं हुआ; अब पटना को पुणे बना रहे हैं और गया को गुरुग्राम बना रहे हैं। आखिर एनडीए सरकार ने 11 साल में कौन से काम किए हैं, जिससे लोग उस पर विश्वास करें?