क्या उपराष्ट्रपति चुनाव का परिणाम होगा अप्रत्याशित? : कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत

सारांश
Key Takeaways
- उपराष्ट्रपति चुनाव के परिणाम अप्रत्याशित हो सकते हैं।
- विपक्ष में खलबली मची हुई है।
- संविधान और गांधी के आदर्शों का समर्थन।
- चुनाव का बहिष्कार गलत संदेश देता है।
- प्रेस कॉन्फ्रेंस न करना सवाल उठाता है।
नई दिल्ली, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के सांसद सुखदेव भगत ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव परिणामों के बारे में कहा कि नतीजे अप्रत्याशित होंगे। विपक्ष में खलबली मची हुई है और वह सशंकित है।
सुखदेव भगत ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उपराष्ट्रपति चुनाव पर कहा कि हम जीतने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। हमारा संदेश स्पष्ट है। हम संविधान और गांधी के आदर्शों के साथ खड़े हैं। चुनाव का परिणाम अप्रत्याशित आएगा।
उन्होंने कहा कि अपनी रणनीति का खुलासा नहीं किया जाता, लेकिन विपक्ष में खलबली है, वह सशंकित है। सुखदेव भगत ने दावा किया कि उपराष्ट्रपति चुनाव में परिणाम हमारे पक्ष में आएगा।
उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहने के बीआरएस और बीजद के फैसले पर उन्होंने कहा कि मैं इसे अपने पक्ष में देखता हूं। हालांकि, मुझे लगता है कि इससे गलत संदेश जाएगा। यदि पार्टियां चुनाव का बहिष्कार करती हैं, तो आयोग जनता से वोट देने की अपील कैसे कर सकता है? उन्हें चुनाव से दूर नहीं रहना चाहिए।
सुखदेव भगत ने नेपाल में हो रहे आंदोलन को लेकर कहा कि यह डर से उठाया गया कदम है। यह जिम्मेदारी और अपने दायित्वों से हटने का कृत्य है। दुनिया में कोई भी देश हो, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता होनी चाहिए। विचार ही नई प्रगति की ओर ले जाता है।
विश्व एक संचार क्रांति में जी रहा है, लेकिन सरकार यदि डरी होगी कि आलोचना होगी। उन्होंने पीएम मोदी के प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने पर भी सवाल उठाए।
पीएम मोदी मंगलवार को बाढ़ पीड़ितों से मिलने के लिए पंजाब और हिमाचल के दौरे पर हैं। इस पर सुखदेव भगत ने कहा कि मेरा सवाल है कि मणिपुर ने क्या बिगाड़ा है? क्या मणिपुर में इंसान नहीं हैं? क्या मणिपुर के लोग देश के नागरिक नहीं हैं?
इससे पहले भी पीएम ने कई राज्यों का दौरा किया है। इस दौरान केवल फोटोशूट किया गया और कोई राहत पैकेज नहीं दिया गया। पंजाब से किए गए वादे पूरे नहीं किए गए।
सुखदेव भगत ने कहा कि पीएम का दौरा महत्व नहीं रखता, काम जरूरी है। दौरे के सकारात्मक परिणाम दिखने चाहिए। उन्होंने पीएम पर केवल वोट की राजनीति करने का आरोप लगाया।