क्या सुकमा कांग्रेस भवन मामले में ईडी के दस्तावेजों का कांग्रेस देगी जवाब?

सारांश
Key Takeaways
- सुकमा कांग्रेस भवन मामले में ईडी की कार्रवाई जारी है।
- कांग्रेस ने दस्तावेजों का अध्ययन करने का निर्णय लिया है।
- यह मामला राजनीतिक गतिविधियों को तेज कर रहा है।
- ईडी का कहना है कि यह शराब घोटाले की जांच का हिस्सा है।
- कानूनी कार्रवाई अब कांग्रेस के जवाब पर निर्भर करेगी।
रायपुर, ८ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के सुकमा कांग्रेस भवन से संबंधित मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने सोमवार को रायपुर में स्थित कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन का दौरा किया। ईडी की टीम ने कांग्रेस को सुकमा भवन से जुड़े सभी दस्तावेज, चालान की प्रतियां और शिकायत की संपूर्ण जानकारी प्रदान की।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी महासचिव मलकीत सिंह गेंदू ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "ईडी की टीम आई और हमें सभी दस्तावेज सौंप दिए। हमने उनके प्राप्त होने की पुष्टि कर दी है। अब हमारे वकील इन दस्तावेजों का गहन अध्ययन करेंगे और उनकी समीक्षा के बाद हम अपना जवाब तैयार करेंगे।"
उन्होंने बताया कि जब ईडी ने हमसे रिसीविंग मांगी, तो हमने उन्हें रिसीविंग दे दी। हमें जो भी दस्तावेज मिले हैं, वे उसी संदर्भ में हैं, इसका अध्ययन करने के बाद ही जवाब दिया जाएगा।
ईडी ने आरोप लगाया है कि सुकमा में कांग्रेस का यह भवन कथित तौर पर शराब घोटाले के पैसों से निर्मित किया गया है, जिसके बाद इसे जब्त (राजसात) करने की प्रक्रिया चल रही है।
इस मामले से छत्तीसगढ़ में राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित बताया है, जबकि ईडी का कहना है कि यह शराब घोटाले की जांच का हिस्सा है। इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई अब कांग्रेस के जवाब पर निर्भर करेगी।
वहीं पश्चिम बंगाल में भी करोड़ों रुपए के स्कूल-नौकरी घोटाले की जांच कर रहे ईडी ने कई ऐसे उम्मीदवारों की पहचान की है, जिन्होंने गिरफ्तार टीएमसी विधायक जीवन कृष्ण साहा को कथित तौर पर भारी रकम दी थी, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली।
ईडी अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू की और कुछ अन्य उम्मीदवारों का पता लगाया जो साहा को रकम चुकाने के बावजूद स्कूल की नौकरी नहीं पा सके थे।
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने अब ऐसे उम्मीदवारों से पूछताछ करने का निर्णय लिया है ताकि उनसे और जानकारी प्राप्त की जा सके।
बुरवान विधानसभा क्षेत्र से टीएमसी विधायक साहा फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। उन्हें पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार किया था, जो स्कूल भर्ती घोटाले की समानांतर जांच भी कर रहा है।