क्या सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा, किसानों के प्रति असंवेदनशीलता निंदनीय?

सारांश
Key Takeaways
- किसानों की समस्याओं का समाधान आवश्यक है।
- सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाने की जरूरत है।
- स्थानीय मुद्दों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।
- सुप्रिया सुले ने सक्रियता दिखाई है।
- बच्चों की मौतों के मामलों में सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
पुणे, ११ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार की नीतियों तथा कार्यशैली पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
मंत्री बाबासाहेब पाटिल द्वारा किसानों के संबंध में दिए गए विवादास्पद बयान पर उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “यह अत्यंत दुखद और शर्मनाक है कि सरकार के मंत्री किसानों का मजाक उड़ा रहे हैं। किसान पहले से ही कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं और ऐसे में मंत्रियों की असंवेदनशीलता निंदनीय है।”
उन्होंने आगे कहा, “महाराष्ट्र सरकार की कार्यशैली समझ से परे है। देश और महाराष्ट्र में बहुत से सभ्य लोग हैं, लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा कि महाराष्ट्र सरकार को क्या हो गया है। मैं इस असंवेदनशीलता की कड़ी निंदा करती हूं।”
सुप्रिया सुले ने जोर दिया कि सरकार को किसानों की पीड़ा को समझना चाहिए और उनकी समस्याओं का तुरंत समाधान करना चाहिए।
हिंजवडी में हाल ही में हुए दो सड़क हादसों पर बोलते हुए उन्होंने सरकार की उदासीनता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “मैं हर दो हफ्ते में हिंजवडी की स्थिति की समीक्षा करती हूं। मैंने पहले भी कहा था कि सरकार इस मामले में गंभीर नहीं है। इंफ्रास्ट्रक्चर की बड़ी-बड़ी बातें होती हैं, लेकिन हिंजवडी में कोई सुधार नहीं हुआ।”
सुप्रिया सुले ने सिरप के कारण बच्चों की मौतों के मामले को भी गंभीरता से उठाया। उन्होंने कहा, “मैंने पहले दिन ही कहा था कि केंद्र और महाराष्ट्र सरकार को इस मामले की विस्तृत जांच करनी चाहिए। घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
पुणे के वारजे गोकुल नगर के पठार वसाहत में पानी की समस्या को लेकर सुप्रिया सुले ने स्थानीय स्तर पर सक्रियता दिखाई। वह खुद इस क्षेत्र में पहुंचीं और वहां की स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने बताया, “यहां पानी के कनेक्शन का काम शुरू हो चुका है और जल्द ही ड्रेनेज का काम भी प्रारंभ होगा। ड्रेनेज कार्य पूरा होने के बाद सड़क निर्माण भी किया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “कई दिनों बाद लोगों को उनकी जरूरत के मुताबिक पानी मिलना शुरू हुआ है। यह देखकर मुझे खुशी हो रही है।”