क्या स्वच्छता अब हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गई है? - डॉ. जितेंद्र सिंह

सारांश
Key Takeaways
- स्वच्छता अब हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- केंद्र सरकार ने 4 लाख शौचालय बनाए हैं।
- स्वच्छता अभियान के तहत 3300 करोड़ रुपये की आय हुई है।
- हम सभी को स्वच्छता को अपने स्वभाव में शामिल करना चाहिए।
- यह अभियान 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलेगा।
नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि स्वच्छता और सुशासन को मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वच्छता का आह्वान किया था और शौचालय निर्माण पर जोर दिया था। इसका नतीजा यह हुआ कि पहले ही वर्ष में देशभर के विद्यालयों में लगभग 4 लाख शौचालय बनाए गए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसी कड़ी में प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग ने बुधवार को विशेष अभियान 5.0 के क्रियान्वयन चरण की शुरुआत की। यह अभियान 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलेगा। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि स्वच्छता अभियान के चलते पिछले 4 वर्षों में करीब 3300 करोड़ रुपये की आय हुई है। साथ ही 7 लाख वर्ग मीटर से अधिक स्थान खाली कराया गया है और लगभग डेढ़ करोड़ फाइलों का निवारण किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सबसे बड़ी जीत यह है कि स्वच्छता अब हमारे स्वभाव का हिस्सा बन गई है। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देशभर में 'सेवा पखवाड़ा' मनाया जा रहा है। इस अभियान में स्कूल के बच्चे, स्वच्छताग्रही, विधायकगण और स्थानीय नागरिक बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अगस्त को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 125वें एपिसोड में देशवासियों को स्वच्छता को बढ़ावा देने पर भी विशेष जोर दिया था। पीएम मोदी ने स्वच्छता अभियान पर बल देते हुए कहा था कि स्वच्छ भारत मिशन को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है। उन्होंने देशवासियों से अपील की थी कि वे अपने आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखें और इस अभियान को एक जन आंदोलन बनाएं।