क्या रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत आएंगे और पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा 4-5 दिसंबर को है।
- वे पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे।
- भारत-रूस संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा होगी।
- व्यापारिक मुद्दों पर बातचीत का भी आयोजन होगा।
- यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की संभावना है।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत के दौरे पर आ रहे हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह दौरा राजकीय है और इस दौरान राष्ट्रपति पुतिन 23वें भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन में शामिल होंगे।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति पुतिन, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करेंगे। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस अवसर पर रूसी राष्ट्रपति के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन करेंगी।
ज्ञातव्य है कि भारत और रूस के बीच गहरे संबंध हैं। दोनों देशों ने हमेशा एक-दूसरे का समर्थन किया है। अब दोनों देश अपनी दोस्ती को व्यापारिक साझेदारी में भी विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इसी कारण व्यापार के मुद्दे पर भी दोनों देशों के बीच चर्चा चल रही है।
राष्ट्रपति पुतिन का यह राजकीय दौरा कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह दौरा द्विपक्षीय संबंधों के विकास की समीक्षा के साथ-साथ स्पेशल एंड प्रिविलेज्ड स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप को मजबूत करने के लिए एक दृष्टिकोण तय करेगा। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच आपसी लाभ के लिए क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
इसके अलावा, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध पर भी चर्चा होने की संभावना है। यह चर्चा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच सुलह के लिए 28 सूत्रीय योजना का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, इस प्रस्ताव पर चर्चा के बाद इसे घटाकर 19 सूत्रीय किया गया है।
हालांकि, इन 19 बिंदुओं को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन राष्ट्रपति पुतिन ने स्पष्ट किया है कि सीजफायर तभी होगा जब यूक्रेन उनकी शर्तों को स्वीकार करेगा। पुतिन की मांग है कि यूक्रेन उन क्षेत्रों से अपने सैनिकों को हटाए जिन पर वह कब्जा करने का दावा कर रहा है। यदि यूक्रेन ऐसा नहीं करता है, तो पुतिन ने चेतावनी दी है कि वे सैन्य बल का उपयोग करेंगे।