क्या राम खाडे हमला प्रकरण में महबूब शेख ने सुरेश धस के नार्को टेस्ट की मांग की?
सारांश
Key Takeaways
- महबूब शेख ने सुरेश धस के नार्को टेस्ट की मांग की है।
- राम खाडे पर पहले भी कई हमले हो चुके हैं।
- इस मामले से राजनीति में हलचल मची है।
- पुलिस सुरक्षा पर सवाल उठाए गए हैं।
- सच्चाई की जांच के लिए ब्रेन मैपिंग टेस्ट की आवश्यकता है।
धुले, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के धुले जिले के शिंदखेडा तहसील में राम खाडे पर हुए हमले के मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के युवा प्रदेश अध्यक्ष महबूब शेख ने भाजपा विधायक सुरेश धस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मांग की है कि सुरेश धस का नार्को टेस्ट कराया जाए।
महबूब शेख ने यह सवाल उठाया कि राम खाडे पर पहले भी 2-3 बार हमले हो चुके हैं और अदालत ने उन्हें सुरक्षा देने के आदेश दिए थे। इसके बावजूद, आष्टी के पुलिस निरीक्षक ने किसके आदेश पर यह रिपोर्ट दी कि राम खाडे को सुरक्षा की कोई ज़रूरत नहीं है? सोशल एक्टिविस्ट को पुलिस सुरक्षा मिलनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि राम खाडे की याचिका के चलते ही सुरेश धस और उनके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी जानने की मांग की कि राम खाडे के रिवॉल्वर का लाइसेंस क्यों रिन्यू नहीं किया गया और पुलिस पर किसका दबाव था?
महबूब शेख ने सुझाव दिया कि सुरेश धस और राम खाडे दोनों का ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराया जाना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि हमला किसने किया है। उन्होंने कहा कि जो निर्दोष हैं, उन्हें घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है, लेकिन जो संदिग्ध हैं, उनका परीक्षण होना चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
बुधवार रात को राकांपा (शरद पवार गुट) के नेता राम खाडे पर जानलेवा हमला हुआ था। घटना के समय वे मांदली गांव से बीड जा रहे थे, तभी 10-15 लोगों के एक समूह ने उनकी कार को रोककर पत्थर फेंके। इसके बाद तेज धार वाले हथियारों से उन पर हमला किया गया। घायल अवस्था में उन्हें अहमदनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत बिगड़ने के कारण उन्हें पुणे स्थानांतरित किया गया।