क्या तहसीन पूनावाला ने उद्धव और राज ठाकरे के गठबंधन पर कसा तंज?
सारांश
Key Takeaways
- तहसीन पूनावाला ने उद्धव और राज ठाकरे के गठबंधन पर सवाल उठाए हैं।
- इन नेताओं का लक्ष्य केवल राजनीतिक लाभ है।
- सामाजिक मुद्दों पर इनका ध्यान नहीं है।
- ये अपने बच्चों के राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित करने में लगे हैं।
पुणे, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने शनिवार को शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे के प्रमुख राज ठाकरे के गठबंधन पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि जो लोग कल तक एक-दूसरे पर यह कहते हुए ताना मार रहे थे कि "हम आपके हैं कौन?" आज वही लोग एक साथ होने का दावा कर रहे हैं।
तहसीन पूनावाला ने शनिवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि अगर कल महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस की तरफ से इनके बच्चों को कोई मंत्रालय दिया जाता है, तो ये लोग तुरंत वहां चले जाएंगे। इन लोगों को जनता के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। इसके बजाय, ये लोग सिर्फ अपने लिए राजनीतिक लाभ अर्जित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे इस समय किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
राजनीतिक विश्लेषक ने संजय राउत के बयान का उल्लेख करते हुए उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संजय राउत ने अपने बयान में कहा था कि मुस्लिमों से मताधिकार छीन लेना चाहिए। क्या उद्धव ठाकरे इस बयान के लिए माफी मांगेंगे? एक मुस्लिम कर्मचारी को रोजे के समय शिवसैनिकों द्वारा मुंह में जबरन खाना ठूंसने की कोशिश की गई। क्या इस व्यवहार पर खेद व्यक्त करते हुए उद्धव ठाकरे माफी मांगेंगे? इतना ही नहीं, राज ठाकरे ने कोरोना काल में कहा था कि मुस्लिम समुदाय के किसी व्यक्ति का उपचार नहीं होना चाहिए। क्या इस पर उद्धव ठाकरे माफी मांगेंगे?
उन्होंने कहा कि मेरा सीधा सवाल है कि राज ठाकरे बार-बार कहते हैं कि मस्जिदों से लाउड स्पीकर हटाने चाहिए। क्या राज ठाकरे इस बयान के लिए माफी मांगेंगे? जवाब स्पष्ट है कि ये लोग ऐसा कुछ भी नहीं करने वाले हैं।
उन्होंने दावा किया कि इन दोनों भाइयों को न ही महाराष्ट्र की जनता के हितों से कोई लेना-देना है और न ही मुस्लिम समुदाय के किसी व्यक्ति से। इन लोगों को दोनों के हितों से कोई सरोकार नहीं है। अगर इन दोनों को किसी के हितों से कुछ है, तो वह केवल अपने बच्चों के लिए है। ये लोग अपने बच्चों को राजनीति में समृद्ध करने की योजना बना रहे हैं। इस दिशा में उन्होंने पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है और इसे वर्तमान समय में लागू करने की कोशिश कर रहे हैं।