क्या तमिलनाडु के मेट्टूर बांध से पानी का बहाव बढ़ने से बिजली उत्पादन में वृद्धि होगी?

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क्या तमिलनाडु के मेट्टूर बांध से पानी का बहाव बढ़ने से बिजली उत्पादन में वृद्धि होगी?

सारांश

तमिलनाडु के कावेरी डेल्टा में पानी का बहाव बढ़ाकर 9,500 क्यूसेक किया गया है। इससे न केवल सिंचाई में मदद मिलेगी, बल्कि बिजली उत्पादन में भी वृद्धि होगी। जानें इस महत्वपूर्ण निर्णय के पीछे की वजह और किसानों की प्रतिक्रिया।

Key Takeaways

  • मेट्टूर बांध से पानी का बहाव 9,500 क्यूसेक किया गया है।
  • बिजली उत्पादन में वृद्धि होकर 90 मेगावाट हो गई है।
  • किसान संगठनों ने इस कदम का स्वागत किया है।
  • डेल्टा क्षेत्र में सिंचाई की मांग बढ़ रही है।
  • सिंचाई के लिए पानी हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टेशन से छोड़ा जा रहा है।

चेन्नई, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के कावेरी डेल्टा में सिंचाई के उद्देश्य से मेट्टूर बांध से पानी छोड़ने की मात्रा को बढ़ाकर 9,500 क्यूबिक फीट प्रति सेकंड (क्यूसेक) कर दिया गया है, क्योंकि डेल्टा जिलों में सिंचाई के लिए मांग बढ़ रही है।

अधिकारियों ने बताया कि यह निर्णय खड़ी फसलों और नहरों के लिए पर्याप्त जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है, क्योंकि कृषि मौसम आगे बढ़ रहा है।

पिछले कुछ हफ्तों में, बांध से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा को धीरे-धीरे बढ़ाया गया है, जो डेल्टा क्षेत्र की बढ़ती आवश्यकताओं को दर्शाता है। इस महीने की 10 तारीख को, सिंचाई के लिए पानी का बहाव 6,000 क्यूसेक कर दिया गया था। तब से, कावेरी डेल्टा में किसानों, विशेषकर निचले इलाकों में, मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे अधिकारियों को पानी का बहाव और बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

अधिकारियों ने पुष्टि की है कि अब डेल्टा में सिंचाई के लिए छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा 9,500 क्यूसेक कर दी गई है। इसके अलावा, 400 क्यूसेक पानी विशेष रूप से नहर सिंचाई के लिए छोड़ा जा रहा है, जिससे तंजावुर, तिरुवरूर, मायिलादुथुराई और आसपास के जिलों में वितरक नहरों और फीडर चैनलों पर निर्भर क्षेत्रों को लाभ होगा।

मानक प्रक्रिया के अनुसार, सिंचाई के लिए पानी मेट्टूर बांध से जुड़े हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टेशन के माध्यम से छोड़ा जा रहा है। इससे बिजली उत्पादन में भी वृद्धि हुई है।

अधिक बहाव के साथ, हाइड्रोइलेक्ट्रिक स्टेशन पर बिजली उत्पादन बढ़कर 90 मेगावाट हो गया है, जिससे राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिला है।

अधिकारियों ने बताया कि पानी के बहाव में नियंत्रित वृद्धि की योजना सिंचाई की आवश्यकताओं को जलाशय प्रबंधन के साथ संतुलित करने के लिए बनाई गई है, जिसमें पानी के प्रवाह, भंडारण स्तर और निचले इलाकों की जरूरतों को ध्यान में रखा गया है।

डेल्टा में किसानों के संगठनों ने इस कदम का स्वागत किया है। किसानों का कहना है कि फसलों की स्थिरता के लिए समय पर पानी की उपलब्धता महत्वपूर्ण है, विशेषकर नहर से सिंचित क्षेत्रों में।

कावेरी डेल्टा तमिलनाडु के सबसे महत्वपूर्ण कृषि क्षेत्रों में से एक है, और मेट्टूर बांध से सिंचाई धान की खेती और संबंधित कृषि गतिविधियों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

Point of View

बल्कि बिजली उत्पादन में वृद्धि भी होगी। यह कदम किसानों और स्थानीय समुदायों के लिए एक सकारात्मक बदलाव साबित हो सकता है।
NationPress
15/12/2025

Frequently Asked Questions

मेट्टूर बांध से पानी का बहाव क्यों बढ़ाया गया?
कावेरी डेल्टा में सिंचाई की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए पानी का बहाव बढ़ाया गया है।
बिजली उत्पादन में कितनी वृद्धि हुई है?
हाइड्रोइलेक्ट्रिक स्टेशन पर बिजली उत्पादन बढ़कर 90 मेगावाट हो गया है।
किस विशेष क्षेत्र को लाभ होगा?
तंजावुर, तिरुवरूर और मायिलादुथुराई जैसे क्षेत्रों को नहर सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।
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