क्या तमिलनाडु में इस सप्ताह भारी बारिश होने वाली है?

सारांश
Key Takeaways
- तमिलनाडु में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है।
- आईएमडी ने कई जिलों के लिए पूर्वानुमान जारी किया है।
- जलभराव और ट्रैफिक पर असर संभव है।
- किसानों को कृषि कार्य में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
चेन्नई, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु में आने वाले कुछ दिनों में कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस सप्ताह के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें कई जिलों में गहन वर्षा की चेतावनी दी गई है।
आईएमडी के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, मंगलवार को इरोड, कृष्णगिरि, धर्मपुरी, तिरुपत्तूर, सलेम और वेल्लोर जिलों में विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी मानसून की सक्रियता बढ़ने के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
बुधवार को बारिश का दायरा बढ़ने की संभावना है और कृष्णगिरि, धर्मपुरी, सलेम, तिरुपत्तूर, वेल्लोर, रानीपेट, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, तिरुवन्नामलाई, कल्लाकुरिची और विल्लुपुरम जिलों के साथ-साथ पुडुचेरी के लिए भी भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।
गुरुवार को सलेम, तिरुवन्नामलाई, कल्लाकुरिची, विल्लुपुरम, कुड्डालोर, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, अरियालुर, पेरम्बलुर और मयिलादुथुराई जिलों में बारिश की गतिविधि अधिक हो सकती है।
आईएमडी ने शुक्रवार तक तिरुवल्लूर, रानीपेट, वेल्लोर और कांचीपुरम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। उत्तरी तमिलनाडु में सप्ताह के अंत में बारिश के संकेत हैं। विभाग ने निचले और बाढ़ संभावित क्षेत्रों के निवासियों से सतर्क रहने की सलाह दी है।
बुलेटिन में बताया गया है कि भारी बारिश के कारण जलभराव हो सकता है और ट्रैफिक प्रभावित हो सकता है।
मौसम विभाग ने तापमान के संबंध में भी जानकारी दी है। विभाग के अनुसार, कुछ क्षेत्रों में दिन के तापमान में २ से ३ डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। हालांकि, बादल और बारिश के कारण तापमान में अधिक बढ़ोतरी की संभावना नहीं है और बारिश के चलते इसमें कमी भी आ सकती है।
मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि बारिश का यह पैटर्न उत्तर-पूर्वी मानसून के आगमन के अनुरूप है, जो अक्सर सितंबर में देखा जाता है।
विभाग ने किसानों और आम जनता को आवश्यक उपाय करने की सलाह दी है। इसके साथ ही किसानों को मौसम के अनुसार कृषि कार्य करने की सलाह भी दी गई है।