क्या तरनतारन में बीएसएफ ने ड्रोन से गिराए गए पिस्तौल बरामद कर तस्कर को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- तस्कर की गिरफ्तारी से सुरक्षा बलों की तत्परता का प्रमाण मिलता है।
- पाकिस्तान से आए हथियारों पर रोकथाम की आवश्यकता है।
- बीएसएफ और पंजाब पुलिस के बीच मजबूत सहयोग।
- ड्रोन गतिविधियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की रणनीति में सुधार।
- राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना जरूरी है।
तरनतारन, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कर्मियों ने असाधारण सतर्कता प्रदर्शित करते हुए पंजाब के तरनतारन जिले के वान गांव के निकट दो अलग-अलग अभियानों में एक भारतीय तस्कर को गिरफ्तार किया है और उसके पास से दो पिस्तौल और मैगजीन बरामद की गई हैं।
यह संभावना जताई जा रही है कि ये हथियार पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा गिराए गए थे।
बीएसएफ की खुफिया शाखा से प्राप्त विशेष जानकारी के आधार पर यह कार्रवाई की गई। पहले अभियान में, बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन चलाते हुए धान के खेतों में छिपे एक तस्कर को पकड़ने में सफलता हासिल की। उसकी निशानदेही पर एक पिस्तौल और मैगजीन बरामद की गई।
इसके तुरंत बाद, एक अन्य तलाशी अभियान में, पास के खेतों से पीले चिपकने वाले टेप में लिपटा एक और पैकेट बरामद हुआ। जब इस पैकेट को खोला गया तो एक और पिस्तौल और अतिरिक्त मैगजीन निकली। पैकेट पर धातु का एक लूप भी था, जो सामान्यतः ड्रोन से सामान गिराने के लिए उपयोग किया जाता है।
इन सफल अभियानों ने एक बार फिर बीएसएफ की परिचालन उत्कृष्टता और सीमा पार तस्करी के प्रयासों को विफल करने में पंजाब पुलिस के साथ उसके मजबूत समन्वय को उजागर किया है।
बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि यह बरामदगी पाकिस्तान स्थित तस्करों और राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा पंजाब में शांति और सुरक्षा को भंग करने के नापाक इरादों को नाकाम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ की जा रही है ताकि इस तस्करी नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा सके और पूरा मॉड्यूल उजागर किया जा सके। यह घटना सीमा पर ड्रोन गतिविधियों से उत्पन्न गंभीर चुनौती को भी दर्शाती है, जिसके लिए सुरक्षा बल अपनी रणनीति को लगातार उन्नत कर रहे हैं।