क्या आंध्र प्रदेश में टाटानगर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस में आग लगने से एक की मौत हुई?
सारांश
Key Takeaways
- विशाखापत्तनम में ट्रेन में आग लगने की घटना हुई।
- एक यात्री की मौत हो गई।
- 150 से अधिक लोग सुरक्षित निकाले गए।
- पुलिस और फायर सर्विस ने त्वरित कार्रवाई की।
- आग लगने के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
विशाखापत्तनम, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। विशाखापत्तनम के निकट टाटानगर-एर्नाकुलम जंक्शन सुपर-फास्ट एक्सप्रेस के दो एसी डिब्बों में आग लगने से एक यात्री की मौत हो गई, जबकि 150 से अधिक लोग बाल-बाल बच गए।
पुलिस के अनुसार, यह आग विशाखापत्तनम से लगभग 66 किलोमीटर दूर अनाकापल्ली जिले के येलामंचिली में लगी थी।
एक यात्री ने जब चलती ट्रेन में आग देखी, तो उसने चेन खींचकर ट्रेन को येलामंचिली रेलवे स्टेशन पर रोका और रेलवे स्टाफ को सूचित किया। इसके बाद चार फायर इंजन मौके पर पहुंचे और दो घंटे तक आग बुझाने का कार्य किया।
फायर सर्विस के कर्मचारियों ने आग को अन्य डिब्बों और समानांतर ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी तक फैलने से रोका। हालांकि दोनों डिब्बे पूरी तरह जल गए और यात्रियों का सारा सामान भी स्वाह हो गया।
अनाकापल्ली जिले के पुलिस अधीक्षक तुहिन सिन्हा ने बताया कि उन्हें रात 12:40 बजे आग लगने की सूचना मिली थी।
उन्होंने कहा कि फायर सर्विस की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया। सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। जब आग लगी, तब बी1 कोच में 82 और एम2 कोच में 75 यात्री थे।
एसपी ने बताया कि बी1 कोच में एक शव मिला है।
पुलिस ने मृतक की पहचान विजयवाड़ा के निवासी चंद्रशेखर सुंदरम (70) के रूप में की है और उनके परिवार को सूचित किया गया है।
क्षतिग्रस्त दोनों कोचों को ट्रेन से अलग कर दिया गया, जिसके बाद ट्रेन एर्नाकुलम के लिए रवाना हुई, जहाँ दो और एसी कोच जोड़े गए।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए दो फोरेंसिक टीमें काम कर रही हैं। दक्षिण मध्य रेलवे के सुरक्षा आयुक्त ने भी मौके का दौरा किया और जले हुए डिब्बों की जांच की।
इस घटना के कारण इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई। विशाखापत्तनम की ओर जाने वाली गोदावरी और तिरुपति-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेनें लेट हो गईं।
येलामंचिली में रुकने वाली ट्रेनों को विशाखापत्तनम में रोका जा रहा है। आग लगने की घटना के कारण पुरी-तिरुपति, शालीमार-चेरलापल्ली, विशाखापत्तनम-लिंगमपल्ली और विशाखापत्तनम-गुंटूर सहित कई ट्रेनें लेट हैं, हालाँकि जो ट्रेनें येलामंचिली में रुकने वाली नहीं हैं, वे समय पर चल रही हैं।