क्या तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी पर बड़ा आरोप लगाया?
सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री का चुनाव जनता के हाथ में है।
- तेज प्रताप ने महुआ में विकास कार्य किए हैं।
- घोषणाएं करना और उन्हें पूरा करना अलग बात है।
- महुआ की जनता का आशीर्वाद महत्वपूर्ण है।
- राजनीति में पारदर्शिता आवश्यक है।
महुआ, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लालू प्रसाद यादव के पुत्र और बिहार की महुआ विधानसभा सीट के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने अपने भाई तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह बिहार की जनता के हाथ में है। तेज प्रताप ने तेजस्वी यादव की घोषणाओं पर भी संदेह जताया।
तेज प्रताप यादव अपनी राजनीतिक गतिविधियों के तहत महुआ में बाइक से चुनाव प्रचार कर रहे थे। उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यहां सड़कें नहीं बनी हैं और स्थानीय लोग कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमने महुआ में मेडिकल कॉलेज बनवाने का काम किया है, और इसी तरह सड़कों का विकास भी करेंगे। हम जनता से किए गए वादों को निभाएंगे।"
महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव और उपमुख्यमंत्री उम्मीदवार मुकेश सहनी पर तेज प्रताप ने कहा, "जनता को रोजगार की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम कौन बनेगा, यह पूरी तरह से जनता पर निर्भर करता है। जो व्यक्ति जनशक्ति का समर्थन प्राप्त करेगा, वही मुख्यमंत्री बनेगा।"
तेज प्रताप ने राजद के पूर्व विधायक पर भी नाराज़गी जताते हुए कहा, "उन्होंने महुआ में कोई विकास कार्य नहीं किया। विधायक ने सिर्फ जनता को ठगने का काम किया।" तेज प्रताप ने कहा कि तेजस्वी यादव असत्य लोगों को ही टिकट दे रहे हैं।
तेजस्वी यादव की घोषणाओं पर उन्होंने कहा, "घोषणाएं हर कोई करता है। जनता से वादा करना और बात है, लेकिन जब कुर्सी पर बैठते हैं तो लोभ आ जाता है। इसलिए जनता से वादा करने पर उस पर खरे उतरना चाहिए। तेज प्रताप यादव की घोषणाओं को पूरा करने की क्षमता का उदाहरण महुआ में बना मेडिकल कॉलेज है।"
अगर महुआ से जीत हासिल होती है तो क्या माता-पिता के आशीर्वाद के लिए जाएंगे? इस पर तेज प्रताप ने कहा, "माँ-बाप का आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ है और महुआ की जनता का भी आशीर्वाद हमारे साथ है।"