क्या तेजस्वी ने राहुल के साथ मिलकर अपना भविष्य चौपट किया?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का ऐलान किया।
- मनोज तिवारी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
- तेजस्वी का भविष्य राहुल के साथ जुड़ने से प्रभावित हो सकता है।
- राजद आगामी चुनाव में सक्रियता से कार्य करेगी।
- भाजपा और चुनाव आयोग पर तेजस्वी का हमला।
नई दिल्ली/पटना, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का ऐलान करते ही राजनीति में हलचल मच गई है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि राहुल गांधी के साथ रहने से तेजस्वी यादव का भविष्य भी बिगड़ गया है।
मनोज तिवारी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "किसी को अपने सपनों को देखने से नहीं रोका जा सकता। लेकिन जो देश के चुनाव आयोग को धमकी दे रहा है और जनता को अराजकता की ओर ले जा रहा है, उसके साथ रहकर तेजस्वी यादव का जो थोड़ा बहुत भविष्य बचा था, वह भी व्यर्थ हो गया है।"
इससे पहले, तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए सक्रियता से कार्य करेगी। तेजस्वी यादव ने नवादा में राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' में भाग लिया और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें एनडीए को बाहर करना है। अगली लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का कार्य करेंगे।
भाजपा और चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, "ये लोग समझते हैं कि बिहार के लोगों को धोखा देंगे, लेकिन हम बिहारी हैं। इन्हें नहीं पता कि धोखा को खैनी में रगड़ दें तो क्या होता है।"
इसके अतिरिक्त, तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "आप सभी का जुनून, जज्बा, जिद्द और जोश देख कर हमें आजादी की लड़ाई का दृश्य याद आ रहा है। जिस प्रकार उस समय पूरा देश अंग्रेजों के खिलाफ खड़ा हुआ, लड़ा और जीता, उसी तरह आप सब हमें उस लड़ाई की याद दिला रहे हैं। यह लोकतंत्र, संविधान और वोट के अधिकार की रक्षा की लड़ाई है। जैसे अंग्रेजों को देश छोड़कर भागना पड़ा था, उसी प्रकार इन 'वोट चोरों' को भी वोटरों का अधिकार लौटाना होगा।