क्या पीएम मोदी भारत के रक्षक हैं? कांग्रेस का इतिहास सरेंडर का रहा: तेजस्वी सूर्या

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क्या पीएम मोदी भारत के रक्षक हैं? कांग्रेस का इतिहास सरेंडर का रहा: तेजस्वी सूर्या

सारांश

भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने लोकसभा में आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा करते हुए कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास हमेशा सरेंडर का रहा है, जबकि मोदी सरकार ने आतंकवाद से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।

Key Takeaways

  • कांग्रेस का इतिहास सरेंडर का रहा है।
  • 2014 के बाद भारत की नीतियों में महत्वपूर्ण बदलाव आया है।
  • आतंकवाद के खिलाफ कांग्रेस का रवैया नरम रहा है।
  • 'ऑपरेशन सिंदूर' एक नई सैन्य रणनीति है।
  • भारत आज मिलिट्री और डिप्लोमैटिक स्तर पर तैयार है।

नई दिल्ली, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चल रही चर्चा के दौरान आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास हमेशा सरेंडर का रहा है।

तेजस्वी सूर्या ने पहलगाम के पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, "पहलगाम हमले में मारे गए लोगों में तीन कर्नाटक के थे, जिनमें से दो उनके संसदीय क्षेत्र से थे। मैं उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।"

'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "आतंकी चाहे जहां भी हों, भारत उन्हें खोज निकालेगा और हम उन्हें पाकिस्तान में घुसकर मारेंगे। 'ऑपरेशन सिंदूर' एक नया युग का युद्ध था, जिसे दुनिया ने एक सैन्य सफलता के रूप में देखा।"

सूर्या ने कांग्रेस के इतिहास को 'सरेंडर का इतिहास' बताया। उन्होंने कहा, "आज सरेंडर की चर्चा हो रही थी। कांग्रेस के एक पूर्व गृह मंत्री ने कहा था कि हमने सोवियत की मध्यस्थता पर सीजफायर किया था, जब लाल बहादुर शास्त्री की सरकार थी। अरुण शौरी ने कहा था कि मम्मी पर निर्भर होना सरकार की परंपरा बन गई है। यही बात कांग्रेस पार्टी पर भी लागू होती है। नरेंद्र मोदी भारत के रक्षक हैं। उरी और बालाकोट हमलों में हमने पाकिस्तान में घुसकर कार्रवाई की। 1965 में जब आपने सोवियत के दबाव में सीजफायर किया, वह सरेंडर था। कांग्रेस का इतिहास हमेशा सरेंडर का रहा है।"

सूर्या ने 2014 के बाद भारत की नीतियों में बदलाव का उल्लेख करते हुए कहा, "2014 के बाद न्यू नॉर्मल में पाकिस्तान की एक आंख के बदले दोनों आंख निकालने का काम किया जा रहा है। कांग्रेस की नीतियों के चलते पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारतीय सेना के हाथ से निकल गया। कांग्रेस ने बेंगलुरु के एचएएल और डीआरडीओ को कमजोर किया और राफेल डील का विरोध किया।"

उन्होंने कहा, "अमेरिका ने आज टीआरएफ को आतंकवादी संगठन घोषित किया है। कोलंबिया पाकिस्तान के पक्ष में था, लेकिन हमारे जाने के बाद उसने अपना रुख बदलकर भारत के साथ आ गया। भारत आज मिलिट्री और डिप्लोमैटिक दोनों स्तरों पर युद्ध के लिए तैयार है। कांग्रेस के साथियों का भाषण सुनकर अजीब लग रहा था। उनके नेता बदलते हैं, लेकिन नीति वही रहती है। पंडित नेहरू की नीति थी कि भारत को सेना की जरूरत नहीं है। देश की सेना में अत्याचार करने का काम भी कांग्रेस ने किया।"

तेजस्वी सूर्या ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान कहा, "तीन साल पहले जनरल बिपिन रावत ने बताया था कि भारत को 2.5 फ्रंट वार के लिए तैयार रहना चाहिए। मैं जिम्मेदारी से यह बताना चाहता हूं कि जीरो पॉइंट कांग्रेस पार्टी का है। 2004 में जब उनकी सरकार आई, तो उन्होंने पहला काम पोटा कानून खत्म करने का किया, जो वाजपेयी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ बनाया था।"

सूर्या ने कांग्रेस की यूपीए सरकार पर आतंकवाद के खिलाफ नरम रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "पोटा कानून को कांग्रेस ने वोटबैंक की राजनीति के तहत समाप्त किया। अयोध्या, जौनपुर, मालेगांव, और पानीपत जैसे बम धमाकों में 10 साल में 8,000 से अधिक लोग मारे गए, लेकिन कांग्रेस ने केवल निंदा की। 9/11 के बाद जहां दुनिया आतंकवाद के खिलाफ मजबूत हो रही थी, वहीं कांग्रेस ने मजबूत कानूनों को कमजोर किया।

Point of View

NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

तेजस्वी सूर्या ने किस विषय पर बात की?
तेजस्वी सूर्या ने आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर बात की।
कांग्रेस पर क्या आरोप लगाए गए?
कांग्रेस पर आरोप लगाया गया कि उनका इतिहास हमेशा सरेंडर का रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर का क्या महत्व है?
ऑपरेशन सिंदूर को एक नई युद्ध नीति के रूप में देखा गया, जिसमें भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की।