क्या तेजस्वी यादव का 'बैकग्राउंड' भ्रष्टाचार में डूबा है? रविशंकर प्रसाद का महागठबंधन पर हमला

सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन की कमजोर स्थिति पर सवाल।
- तेजस्वी यादव का भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दावा।
- लालू यादव का चारा घोटाले में सजा।
- बिहार की जनता को तेजस्वी यादव से सावधान रहने की सलाह।
- राजद की छवि पर प्रभाव।
पटना, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के प्रमुख नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष के महागठबंधन को कमजोर बताया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की संयुक्त प्रेस वार्ता में केवल एक नेता की तस्वीर थी, और उसमें भी राहुल गांधी का न होना एक बड़ा सवाल है।
रविशंकर प्रसाद ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव ने आज महागठबंधन सरकार के कार्यों का जिक्र किया, तो उन्हें यह भी बताना चाहिए कि उस समय आपका मुख्यमंत्री कौन था? नीतीश कुमार ने आपको भ्रष्टाचार के कारण ही छोड़ा था।
उन्होंने तेजस्वी यादव के कार्यों का जिक्र करते हुए सवाल उठाया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "वे भ्रष्टाचार की किस कहानी पर विश्वास करते हैं, अपनी या अपने परिवार की? यह जानना आवश्यक है कि तेजस्वी यादव के पिता और राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव को चारा घोटाले के चार मामलों में सजा हो चुकी है, जिसमें 32 वर्ष और 5 महीने की सजा शामिल है।"
भाजपा के नेता रविशंकर प्रसाद ने तेजस्वी यादव के जीरो टॉलरेंस के दावे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके पिता को 32 वर्ष की सजा हो चुकी है। अलकतरा घोटाले में भी उनके अधिकारियों को सजा मिल चुकी है। तेजस्वी यादव खुद भी 420 आईपीसी के आरोपी हैं और उन पर कई मामलों में ट्रायल चल रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव का मॉडल पहले से ही स्पष्ट है; होटल और नौकरी लो और भूमि दो। उन्होंने बिहार के लोगों को तेजस्वी यादव से सावधान रहने की सलाह दी, क्योंकि उनका बैकग्राउंड भ्रष्टाचार से भरा हुआ है। तेजस्वी यादव की घोषणाओं को उन्होंने हवाबाजी करार देते हुए कहा कि बिहार की जनता राजद को जानती है।