क्या तेजस्वी यादव ने मकर संक्रांति पर महिलाओं को 30,000 रुपए भेजने का वादा किया?
                                सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं के लिए 30,000 रुपए का एकमुश्त लाभ।
 - योजना का लाभ पांच साल तक मिलेगा।
 - महागठबंधन के चुनावी वादों का हिस्सा।
 - महिलाओं के सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण कदम।
 - महंगाई के समय में आर्थिक सहायता।
 
पटना, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में पहले चरण के मतदान से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि माताओं और बहनों की मांग के आधार पर उनकी सरकार जल्द ही बनने जा रही है। तेजस्वी यादव ने कहा कि जब उनकी सरकार बनेगी, तब 'मां-बहिन मान योजना' के तहत मकर संक्रांति के दिन महिलाओं के खातों में एक बार में 30,000 रुपए भेजे जाएंगे।
तेजस्वी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह राशि केवल एक साल के लिए नहीं, बल्कि पांच साल तक जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि अगर उनकी सरकार पूरे कार्यकाल तक चलती है, तो हर महिला को 5 साल में 1.5 लाख रुपए का लाभ मिलेगा।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जैसे ही उनकी सरकार का गठन होगा, वह मकर संक्रांति के दिन महिलाओं के अकाउंट में सीधा आर्थिक लाभ पहुंचाने का कार्य शुरू कर देंगे। उन्होंने बताया कि यह पर्व दही-चूड़ा और तिल से जुड़ी परंपरा का प्रतीक है और इसी शुभ अवसर पर आर्थिक मदद भी महिलाओं तक पहुंचाई जाएगी।
उन्होंने कहा, "हम आपको बताना चाहते हैं कि हमारी सरकार माताओं-बहनों की मांग पर बनने जा रही है। मकर संक्रांति के दिन, मां-बहिन मान योजना के तहत 30,000 रुपए की राशि एक साथ महिलाओं के बैंक खातों में भेजी जाएगी। महंगाई के इस समय में यह मदद उनके लिए बहुत बड़ी राहत होगी।"
उन्होंने कहा, "पूरे एक साल में 30,000 रुपए होते हैं। पांच साल में यह 1.5 लाख रुपए बनता है। हर महीने 2,500 रुपए का लाभ महिलाएं प्राप्त करेंगी।"
राजद नेता ने पुराने वादों को याद दिलाते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने पहले भी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए मजबूत कदम उठाने का वादा किया था। जीविका दीदियों को स्थायी करने और उन्हें 30,000 रुपए का मानदेय देने की बात पहले ही की जा चुकी है।
महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए चुनाव से पहले तेजस्वी यादव की यह घोषणा महागठबंधन का मास्टर स्ट्रोक मानी जा रही है। अब यह देखना होगा कि एनडीए इससे कैसे निपटता है।