क्या तेलंगाना की दो छात्राओं की अमेरिका में सड़क हादसे में मौत हुई?
सारांश
Key Takeaways
- तेलंगाना की छात्राएं अमेरिका में पढ़ाई कर रही थीं।
- यह सड़क हादसा एक मोड़ पर हुआ।
- परिवार ने सरकार से शवों को लाने में मदद मांगी है।
- मेघना एक दयालु लड़की थीं।
- इस घटना ने पूरे परिवार को सदमा दिया है।
हैदराबाद, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना की दो महिला छात्राओं की अमेरिका में एक दर्दनाक सड़क हादसे में मौत हो गई। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों छात्राएं महबूबाबाद जिले की रहने वाली थीं।
मृतक छात्राओं की पहचान 25 वर्षीय पुलखंदम मेघना रानी और 24 वर्षीय कडियाला भावना के रूप में हुई है। दोनों वर्ष 2023 में कंप्यूटर में मास्टर्स की पढ़ाई के लिए अमेरिका गई थीं और पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश में थीं।
जानकारी के मुताबिक, यह हादसा कैलिफोर्निया में अलबामा हिल्स रोड पर रविवार शाम करीब 4 बजे (स्थानीय समयानुसार) हुआ, जब वे अपने दोस्तों के साथ घूमने गई थीं। आठ दोस्तों का एक समूह दो कारों में कैलिफोर्निया गया था।
जिस कार में मेघना और भावना दो अन्य दोस्तों के साथ सवार थीं, वह एक मोड़ पर नियंत्रण खो बैठी और सड़क से फिसलकर गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में मेघना और भावना की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
मेघना रानी गरला गांव की रहने वाली थीं, जबकि भावना मुल्कानूर गांव की निवासी थीं, दोनों गांव महबूबाबाद जिले में स्थित हैं। मेघना के पिता Nageshwar Rao गरला में मी-सेवा केंद्र चलाते हैं, जबकि भावना के पिता मुल्कानूर गांव के उपसरपंच हैं।
इस दुखद खबर से दोनों परिवारों में मातम छा गया है। परिजनों का कहना है कि वे बेटियों के भविष्य को लेकर सपने संजोए हुए थे और उनके बसने का इंतजार कर रहे थे।
दोनों छात्राओं ने अमेरिका के ओहायो स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ डेटन से एमएस की पढ़ाई पूरी की थी।
परिवारों ने केंद्र सरकार और तेलंगाना राज्य सरकार से अपील की है कि शवों को भारत लाने में मदद की जाए, ताकि अंतिम संस्कार किया जा सके।
बता दें कि ‘चिक्की’ के नाम से मशहूर मेघना को जानने वाले लोग उन्हें एक दयालु और दूसरों की मदद करने वाली लड़की बताते हैं। परिवार की आर्थिक सहायता के लिए शुरू किए गए गोफंडमी पेज पर लिखा गया है कि उनकी असामयिक मौत ने परिवार के जीवन में ऐसा खालीपन छोड़ दिया है, जिसे कभी भरा नहीं जा सकता।
यह भी बताया गया है कि मेघना अविवाहित थीं और गरला गांव के एक निम्न-मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती थीं। परिवार ने लोगों से अपील की है कि छोटी-सी मदद भी उन्हें बेटी को सम्मानजनक विदाई देने में सहायक होगी।