क्या तेलुगू अभिनेता किरण अब्बावरम ने अपने बेटे का नाम रखा 'हनु'?

सारांश
Key Takeaways
- किरण अब्बावरम का बेटा हनु का नाम भगवान हनुमान के प्रति श्रद्धा दर्शाता है।
- नामकरण समारोह तिरुपति मंदिर में हुआ।
- किरण की नई फिल्म के-रैंप 18 अक्टूबर को रिलीज होगी।
- उन्होंने सामाजिक पहल के तहत 10 लोगों की मदद करने का वादा किया है।
- किरण और रहस्य की प्रेम कहानी फिल्म 'राजा वारू रानी गारू' से शुरू हुई।
चेन्नई, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध अभिनेता किरण अब्बावरम और उनकी पत्नी रहस्य गोरक ने अपने पुत्र का नाम हनु अब्बावरम रखा है। इस बात की जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा की।
यह घोषणा उन्होंने सोमवार को तिरुपति मंदिर में प्रार्थना के दौरान की। किरण ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर लिखा, “हमने अपने बेटे का नाम हनु अब्बावरम रखा है। भगवान हनुमान और वेंकटेश्वर स्वामी के आशीर्वाद से आज तिरुमला में नामकरण का यह समारोह हुआ।”
गौरतलब है कि हनु का जन्म इस साल मई में हनुमान जन्मोत्सव के दिन हुआ था। किरण ने तब इंस्टाग्राम पर अपने बेटे के जन्म की खुशखबरी साझा की थी।
किरण और रहस्य ने वर्ष ‘राजा वारू रानी गारू’ में एक साथ काम किया था, जो 2019 में रिलीज हुई थी। इसके बाद उनकी प्रेम कहानी की शुरुआत हुई, जिसके उपरांत मार्च 2024 में उनकी सगाई और 22 अगस्त 2024 को कुर्ग में विवाह हुआ।
कार्य मोर्चे पर, किरण अब्बावरम जल्द ही कॉमेडी फिल्म ‘के-रैंप’ में नज़र आएंगे, जो 18 अक्टूबर को दीपावली के अवसर पर रिलीज होगी। यह उनकी पहली कॉमेडी फिल्म होगी, जिसका निर्देशन जैन नानी ने किया है और इसका निर्माण राजेश दांडा और शिव बोम्मक ने किया है।
इस फिल्म में किरण अब्बावरम के साथ युक्ति थरेजा मुख्य भूमिका में हैं, जबकि संगीत चैतन्य भारद्वाज और सिनेमैटोग्राफी सतीश रेड्डी मासम का है। फिल्म की शूटिंग फरवरी में शुरू हुई थी, जिसका संपादन छोटा के प्रसाद ने किया है।
किरण हाल ही में अपनी सामाजिक पहल के लिए भी चर्चित हुए। अपनी फिल्म ‘दिलरुबा’ के प्री-रिलीज इवेंट में उन्होंने यह वादा किया कि वह हर साल मध्यम और निम्न-मध्यम वर्ग के 10 लोगों को फिल्म इंडस्ट्री में आने में मदद करेंगे।
उन्होंने बताया कि कई लोगों को अवसरों की कमी के कारण अपने सपने छोड़ने पड़े हैं। वह सिनेमा के प्रति जुनूनी लोगों की मदद करना चाहते हैं। किरण ने कहा कि वह भोजन, आवास और कौशल विकास में सहायता प्रदान करेंगे। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों से आए फिल्म निर्माताओं से भी अपने सपनों को पकड़ने की अपील की।