क्या एटली 'मेरे भाई, मेरे थलपति' कहकर विजय को भावुक करते हैं?
सारांश
Key Takeaways
- थलपति विजय के करियर का जश्न
- एटली की भावनाएं
- प्रशंसकों का उत्साह
- 'जना नायकन' की विशेषता
- सिनेमा और राजनीति का मेल
मुंबई, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मलेशिया के नेशनल स्टेडियम बुकित जलिल में फिल्म 'जना नायकन' का ऑडियो लॉन्च तमिल सिनेमा के इतिहास में एक अविस्मरणीय क्षण बन गया। यह थलपति विजय के तीन दशकों के करियर का जश्न और उनके प्रशंसकों के लिए भावनाओं से भरपूर कार्यक्रम था। इस आयोजन को 'थलपति थिरुविजा' नाम दिया गया।
सूत्रों के अनुसार, 'जना नायकन' थलपति विजय की अंतिम फिल्म मानी जा रही है, इसके बाद वह राजनीति में पूर्ण रूप से कदम रखने वाले हैं।
कार्यक्रम में प्रशंसकों का अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला। लगभग एक लाख से अधिक लोग इस आयोजन का हिस्सा बने, जिससे यह मलेशियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया। जैसे ही विजय मंच पर आए, पूरा स्टेडियम तालियों और नारों से गूंज उठा। एटली ने अपने प्रारंभिक दिनों की यादें साझा करते हुए बताया कि कैसे एक असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में उन्हें थलपति विजय का उत्साहवर्धन मिला।
उन्होंने कहा, ''मेरे करियर की शुरुआत थी। इस दौरान विजय ने मुझे बुलाकर कहा था, 'तुम बहुत अच्छा काम कर रहे हो। अगर तुम्हारे पास कोई कहानी है, तो आकर मुझे सुनाओ।'' उस समय विजय ने लगभग 50 फिल्में पूरी कर ली थीं। कोई भी सितारा ऐसा नहीं करता। उनका स्नेह और मार्गदर्शन मेरे करियर में बेहद महत्वपूर्ण रहा।''
एटली ने विजय को 'मेरे भाई, मेरे थलपति' कहकर संबोधित किया, और ये शब्द स्टेडियम में बैठे प्रशंसकों के दिलों को छू गए। एटली ने कहा, ''जीवन में हम तीन प्रकार के लोगों से मिलते हैं: पत्ते जो आते और जाते हैं, टहनियां जो तूफान में टूट जाती हैं, और जड़ें जो हमेशा साथ रहती हैं। मेरे लिए विजय वही जड़ों की तरह हैं, जो हर हाल में साथ नहीं छोड़ती।''
इस दौरान पूरा स्टेडियम एक पल के लिए शांत हो गया। इसके बाद लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट में माहौल को गूंजाया।
एटली और विजय की जोड़ी तमिल सिनेमा की यादगार फिल्मों जैसे 'थेरी', 'मेर्सल' और 'बिगिल' के लिए जानी जाती है। उनके बीच की गहरी दोस्ती प्रशंसकों के लिए प्रेरणा है।
फिल्म की प्रमुख अभिनेत्री पूजा हेगड़े, अभिनेता बॉबी देओल, प्रियामणि, नासर और निर्देशक एच. विनोथ सहित कई प्रमुख फिल्म निर्माता भी इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बने।