क्या टीएमसी विधायक जाकिर हुसैन मंदिर और मस्जिद बनाएंगे?
सारांश
Key Takeaways
- टीएमसी के विधायक जाकिर हुसैन ने मंदिर और मस्जिद बनाने का ऐलान किया।
- भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने इस पर तीखा हमला किया।
- राजनीति में धर्म का उपयोग वोटों को बांटने के लिए किया जा रहा है।
- हिंदू समुदाय पश्चिम बंगाल में असुरक्षित महसूस कर रहा है।
- आरएसएस का उद्देश्य केवल राष्ट्रवाद को बढ़ावा देना है।
नई दिल्ली, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर के बाद, एक अन्य टीएमसी विधायक ने पश्चिम बंगाल में मंदिर और मस्जिद बनाने का ऐलान किया है। इस पर भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने तीखा हमला बोला है। इसके साथ ही उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी।
टीएमसी के विधायक और प्रसिद्ध उद्योगपति जाकिर हुसैन ने कहा कि श्रीकृष्ण मंदिर का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने मुर्शिदाबाद में मोहम्मदी मस्जिद बनाए जाने की भी बात की। इस पर भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने कहा, "अब मंदिरों की बात क्यों करें, और वे कौन-सा मंदिर बनाएंगे? जो भी मंदिर बनवाना चाहेगा, बनवा लेगा।"
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि अब पश्चिम बंगाल में चुनाव का समय आ गया है, इसलिए राजनीति मंदिरों और मस्जिदों के इर्द-गिर्द घूम रही है। यह वोटों को बांटने की रणनीति बन गई है। उन्हें लगता है कि मंदिरों की चर्चा करके हिंदू उनका समर्थन करेंगे।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी और टीएमसी का जो इतिहास रहा है, उसे देखते हुए हिंदू इस बार उनके साथ जाने वाले नहीं हैं। देश में सबसे ज्यादा हिंदू पश्चिम बंगाल में असुरक्षित हैं। मुर्शिदाबाद में तो कोई हिंदू रहना ही नहीं चाहता। मजबूरी में वे लोग वहां रुके हुए हैं। पता नहीं कितने दिन वहां रहेंगे।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर भाजपा सांसद ने कहा कि जब वह कहते हैं कि हर भारतीय हिंदू हैं, तो इसका मतलब मुस्लिम विरोध नहीं है। धार्मिक रूप से भले ही सब अलग हों, लेकिन वह चाहते हैं कि भारत में रहने वाले लोग राष्ट्र से प्रेम करें। वह सही कह रहे हैं कि आरएसएस कभी मुस्लिम विरोधी नहीं रहा है।
उन्होंने कहा कि संघ का एक ही उद्देश्य है राष्ट्रवाद और राष्ट्र के प्रति लोगों की आस्था और प्रेम बढ़ाना। संघ ने कभी भी मुस्लिमों का विरोध नहीं किया। मोहन भागवत ने मुस्लिमों के विरोध में कभी कुछ नहीं कहा है। भारत में रहने वाले को वह हिंदू बताते हैं, अगर इसे कोई मुस्लिम विरोध समझ ले तो गलत है। संघ सिर्फ राष्ट्रवाद की बात करता है।