क्या त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने अयोध्या में राम मंदिर और हनुमान गढ़ी का दौरा किया?

सारांश
Key Takeaways
- माणिक साहा की अयोध्या यात्रा धार्मिकता का प्रतीक है।
- उन्होंने प्रदेश के कल्याण के लिए प्रार्थना की।
- राम मंदिर और हनुमान गढ़ी में उनके अनुभव विशेष रहे।
- उत्तर प्रदेश के लोगों को बधाई और निमंत्रण दिया।
- दिपावली के महत्व को साझा किया।
अगरतला, १६ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने गुरुवार को अपनी पत्नी स्वप्ना साहा के साथ अयोध्या स्थित राम मंदिर और हनुमान गढ़ी मंदिर का दौरा किया। वहां उन्होंने प्रदेश के लोगों के कल्याण के लिए प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री साहा लंबे समय से भगवान रामलला के दर्शन करने की इच्छा रखते थे। एक फेसबुक पोस्ट में साहा ने कहा, "धर्म और भक्ति की पावन भूमि अयोध्या में श्री रामलला के दिव्य दर्शन पाकर अत्यंत धन्य महसूस कर रहा हूँ। भगवान राम से त्रिपुरा के लिए दिव्य आशीर्वाद, सुख और समृद्धि की प्रार्थना की।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "मैंने पहले भी रामलला के दर्शन की कोशिश की थी। लेकिन, भारी भीड़ के कारण मैं नहीं आ पाया था। हालाँकि, अब मैं आखिरकार रामलला के दर्शन के लिए आ गया हूँ। रामलला के दर्शन से पहले, मैंने यहाँ भगवान हनुमान के दर्शन किए और इसके बाद, मैं रामलला के दर्शन के लिए गया। लखनऊ में अपने कॉलेज के दिनों में भी मैंने आने की कोशिश की थी, लेकिन जैसा कि कहते हैं, सही समय आने पर सब कुछ हो जाता है। इसलिए मैं यहाँ आया हूँ।"
उन्होंने कहा कि मैंने भगवान हनुमान और रामलला के समक्ष त्रिपुरा और पूरे देश के कल्याण के लिए प्रार्थना की है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के लोगों को बधाई दी और उन्हें त्रिपुरा सुंदरी मंदिर आने का निमंत्रण दिया, जो हिंदुओं द्वारा पूजे जाने वाले 51 शक्ति पीठों में से एक है।
साहा ने आगे कहा, "दिपावली एक ऐतिहासिक दिन है, जब भगवान राम माता सीता के साथ अयोध्या लौटे थे। यह इतिहास सभी जानते हैं और दिपावली के इस अवसर पर मैं सभी को बधाई और शुभकामनाएं देना चाहता हूँ। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी राम मंदिर निर्माण के लिए बधाई देना चाहता हूँ। यह एक बड़ी चुनौती थी और उन्होंने इसे पूरा किया।"