क्या त्रिपुरा में 60 करोड़ की ड्रग्स बरामद होने से सुरक्षा बल सतर्क हो गए हैं?

Click to start listening
क्या त्रिपुरा में 60 करोड़ की ड्रग्स बरामद होने से सुरक्षा बल सतर्क हो गए हैं?

सारांश

त्रिपुरा में असम राइफल्स ने 60 करोड़ रुपए मूल्य की ड्रग्स जब्त की हैं। यह कार्रवाई दुर्गा पूजा के दौरान मादक पदार्थों के तस्करों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए की गई। क्या यह कदम राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी को नियंत्रित करने में सहायक होगा?

Key Takeaways

  • असम राइफल्स ने 60 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त की।
  • यह कार्रवाई दुर्गा पूजा के समय मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए की गई।
  • तस्करी के मुख्य मार्ग में म्यांमार से बांग्लादेश शामिल हैं।
  • मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए सुरक्षा बल सक्रिय हैं।
  • मुख्यमंत्री ने पिछले तीन वर्षों में 2,729 तस्करों की गिरफ्तारी की जानकारी दी।

अगरतला, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम राइफल्स ने त्रिपुरा में 60 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के ड्रग्स जब्त किए हैं। यह जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी।

एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि मादक पदार्थों की समस्या के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए पश्चिमी त्रिपुरा जिले के सीमावर्ती मोहनपुर क्षेत्र में एक सफल अभियान चलाया गया।

उन्होंने कहा कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए सैनिकों ने एक बड़ी खेप को पकड़ा, जिससे ड्रग तस्करों द्वारा दुर्गा पूजा के उत्सव के माहौल का लाभ उठाकर राज्य में मेथामफेटामाइन टैबलेट की तस्करी करने के प्रयास को विफल कर दिया गया।

इस अभियान में 60 करोड़ रुपए मूल्य की 60.77 किलोग्राम प्रतिबंधित मेथम्फेटामाइन गोलियां बरामद की गईं।

प्रवक्ता ने बताया कि यह सफलता त्वरित प्रतिक्रिया, सटीक खुफिया जानकारी और प्रभावी क्रियान्वयन के कारण संभव हुई, जिससे मादक पदार्थों को उनके नेटवर्क तक पहुंचने से रोका जा सका।

उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि अवैध मादक पदार्थ व्यापार पर अंकुश लगाने तथा दुर्गा पूजा समारोह के दौरान युवाओं को इस खतरे से बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि म्यांमार से मिजोरम और असम के रास्ते तस्करी करके लाए गए मादक पदार्थों को पड़ोसी देश बांग्लादेश में तस्करी के लिए त्रिपुरा लाया गया था।

त्रिपुरा तीन तरफ से पड़ोसी देशों से घिरा हुआ है, जिसमें बांग्लादेश के साथ 856 किलोमीटर लंबी सीमा है। यह पूर्वोत्तर राज्य सीमा पार प्रवास, विभिन्न अपराधों, अवैध व्यापार और आवागमन के मुद्दों के प्रति संवेदनशील है।

कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, अधिकांश सीमांत क्षेत्र में तस्करी, सीमापार अपराध, घुसपैठियों और विरोधी तत्वों द्वारा सीमापार अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए बाड़ लगा दी गई थी।

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने पिछले तीन वित्तीय वर्षों के दौरान अवैध मादक पदार्थ सेवन के लिए 248 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और 2.729 मादक पदार्थ विक्रेताओं को भी पकड़ा है।

मुख्यमंत्री ने राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायक सुदीप रॉय बर्मन और माकपा विधायक सुदीप सरकार के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि पिछले तीन वित्तीय वर्षों (2022-23, 2023-24 और 2024-25) के दौरान 2,729 ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार करने के अलावा, सुरक्षा एजेंसियां अब 28 और अवैध ड्रग्स विक्रेताओं की तलाश कर रही हैं, जो अब फरार हैं।

Point of View

ताकि युवा पीढ़ी को इन खतरों से सुरक्षित रखा जा सके।
NationPress
29/09/2025

Frequently Asked Questions

त्रिपुरा में ड्रग्स की तस्करी का मुख्य मार्ग क्या है?
त्रिपुरा में ड्रग्स की तस्करी का मुख्य मार्ग म्यांमार से मिजोरम और असम के माध्यम से बांग्लादेश की ओर है।
क्या इस कार्रवाई से मादक पदार्थों की तस्करी कम होगी?
जी हां, इस प्रकार की कार्रवाई से मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
इस अभियान में कितनी ड्रग्स बरामद हुईं?
इस अभियान में 60 करोड़ रुपए मूल्य की 60.77 किलोग्राम मेथामफेटामाइन गोलियां बरामद की गईं।
क्या सरकार ने पहले भी ऐसी कार्रवाइयां की हैं?
हां, पिछले तीन वित्तीय वर्षों में विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने कई अभियानों के तहत बड़ी संख्या में ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है।
क्या यह कार्रवाई दुर्गा पूजा के दौरान की गई?
हां, यह कार्रवाई दुर्गा पूजा के उत्सव के दौरान मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए की गई।