क्या त्रिपुरा में वीएचपी और बजरंग दल ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचारों के खिलाफ प्रदर्शन किया?

Click to start listening
क्या त्रिपुरा में वीएचपी और बजरंग दल ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचारों के खिलाफ प्रदर्शन किया?

सारांश

अगरतला में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कट्टरपंथी तत्वों द्वारा की गई हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई।

Key Takeaways

  • बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचारों का मुद्दा गंभीर है।
  • वीएचपी और बजरंग दल ने भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है।
  • प्रदर्शन में कट्टरपंथी हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई गई।
  • त्रिपुरा में ये तीसरी विरोध रैली है।
  • बांग्लादेश की हिन्दू जनसंख्या की सुरक्षा के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।

अगरतला, २४ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल के सदस्यों ने अगरतला में एक विरोध प्रदर्शन किया और पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे बढ़ते अत्याचारों के खिलाफ भारत सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एक विरोध रैली का आयोजन भी किया।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पिछले साल अगस्त में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ लक्षित हिंसा की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं।

वीएचपी त्रिपुरा इकाई के सचिव शंकर राय ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में स्थिति और भी खराब हुई है, जिसके कारण त्रिपुरा में बार-बार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

राय ने संवाददाताओं से कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर अत्याचार हो रहे हैं। लगभग छह-सात महीने पहले हमने यहाँ बांग्लादेश के सहायक उच्चायोग के सामने प्रदर्शन किया था। अब, पड़ोसी देश में लक्षित हिंसा एक नियमित समस्या बन चुकी है।”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हाल ही में दो मीडिया संस्थानों को आग लगाई गई, कई प्रमुख सांस्कृतिक संगठनों के कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई, और एक हिंदू युवक, दीपू चंद्र दास, की हत्या कट्टरपंथी भीड़ द्वारा झूठे आरोपों के आधार पर की गई।

बांग्लादेश की एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करने वाले २७ वर्षीय दास को मयमनसिंह में एक उन्मादी भीड़ ने सड़कों पर घसीटा, बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला, और फिर उनके शव को एक पेड़ से बांधकर आग लगा दी।

उन पर एक सहकर्मी ने ईशनिंदा का आरोप लगाया था, जिसके बाद कट्टरपंथी तत्वों से बनी हत्यारी भीड़ ने फैक्ट्री में घुसकर उन्हें सड़कों पर घसीटकर निर्दयता से मार डाला।

विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के नेता ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन इन घटनाओं की ओर भारत सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए आयोजित किया गया था।

उन्होंने भारतीय सरकार से अपील की कि बांग्लादेश में खुले आसमान के नीचे रह रहे हिंदुओं को मानवीय आधार पर त्रिपुरा में प्रवेश करने और सम्मान के साथ जीवन यापन करने की अनुमति दी जाए।

बुधवार को यह विरोध रैली अगरतला टाउन हॉल से शुरू हुई और अगरतला-अखाउरा (बांग्लादेश) सीमा पर स्थित एकीकृत चेक पोस्ट की ओर बढ़ने वाली थी।

हालांकि, वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस की भारी टुकड़ियों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सीमा चेक पोस्ट से लगभग एक किलोमीटर पहले, पुलिस मुख्यालय के पास, मार्च को रोक दिया।

आगे बढ़ने के प्रयास के दौरान वीएचपी और बजरंग दल के प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच संक्षिप्त झड़प हुई, हालांकि बाद में स्थिति नियंत्रण में आ गई।

झड़प में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। पिछले कुछ दिनों में, बांग्लादेश के खिलाफ अगरतला में यह तीसरी विरोध रैली है। बांग्लादेश त्रिपुरा को तीन तरफ से ८५६ किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा से घेरे हुए है।

Point of View

बल्कि हमारे देश में भी बड़ी चिंता का विषय है। हमें इस विषय पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है, ताकि सभी समुदायों के बीच शांति और सामंजस्य बना रहे।
NationPress
24/12/2025

Frequently Asked Questions

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का कारण क्या है?
बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और कट्टरपंथी तत्वों का प्रभाव हिंदुओं पर लक्षित हिंसा का कारण बन रहा है।
क्या भारत सरकार ने इस मामले में कोई कार्रवाई की है?
भारत सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
वीएचपी और बजरंग दल के प्रदर्शन का क्या उद्देश्य है?
इनका मुख्य उद्देश्य बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाना और भारत सरकार का ध्यान आकर्षित करना है।
Nation Press