क्या ट्रंप ने शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर को मिलने में किया अपमानित?

सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप ने शरीफ और मुनीर की प्रशंसा की।
- बैठक में द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- शरीफ ने ट्रंप के प्रयासों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार का समर्थन किया।
वाशिंगटन, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के साथ द्विपक्षीय बैठक की। लेकिन, इस बैठक से पूर्व शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर को काफी समय तक गेट पर इंतजार करना पड़ा।
विभिन्न रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप से मिलने से पहले शरीफ और मुनीर को व्हाइट हाउस के गेट पर काफी देर तक इंतजार करना पड़ा।
सूत्रों के मुताबिक, जब शरीफ और मुनीर, ट्रंप का इंतज़ार कर रहे थे, उसी समय अमेरिकी राष्ट्रपति ‘टिकटॉक’ से संबंधित कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर रहे थे और प्रेस से मुलाकात कर रहे थे।
इसी कारण उन्हें ट्रंप से मिलने के लिए गेट पर ही इंतजार करना पड़ा। जैसे ही अमेरिकी राष्ट्रपति की मुलाकात समाप्त हुई, उसके बाद उन्हें ट्रंप से मिलने का अवसर मिला।
उनकी यह मुलाकात गुरुवार शाम को हुई। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में द्विपक्षीय संबंधों, व्यापार, क्षेत्रीय सुरक्षा और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई।
इस मुलाकात से पहले ट्रंप ने पत्रकारों से बात करते हुए शरीफ और मुनीर की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था, “आज हमारे पास एक महान नेता आ रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और फील्ड मार्शल बहुत महान इंसान हैं।”
इससे पहले, जून में ट्रंप ने मुनीर को व्हाइट हाउस में लंच के लिए आमंत्रित किया था, जो पाकिस्तानी आर्मी चीफ की पहली सोलो विजिट थी। अगस्त में भी मुनीर वाशिंगटन गए थे।
जून के दौरे के दौरान मुनीर ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ व्यापक बातचीत की थी, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने जैसे मुद्दे शामिल थे।
इस बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और मध्य पूर्व मामलों के विशेष प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ भी शामिल थे।
शहबाज शरीफ ने इस साल पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव कम करने के ट्रंप के प्रयासों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार के लिए उनका सार्वजनिक समर्थन किया था। हालांकि, भारत ने तनाव कम करने में ट्रंप की भूमिका से इनकार किया।