क्या ट्रंप शिकागो में बढ़ती हिंसा के समाधान के लिए कदम उठाने जा रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- शिकागो में बढ़ती गोलीबारी की घटनाएं चिंता का विषय हैं।
- पिछले सप्ताहांत में 54 लोग गोलीबारी का शिकार हुए।
- ट्रंप ने इलिनॉयस के गवर्नर पर निशाना साधा।
- वॉशिंगटन डीसी में अपराध समस्या का समाधान करने का दावा किया।
- अमेरिका में सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।
वॉशिंगटन, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शिकागो में बढ़ती गोलीबारी की घटनाओं को लेकर गहरी चिंता प्रकट की है। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताहांत में कम से कम 54 लोग गोलीबारी का शिकार हुए, जिनमें से 8 लोग की जान चली गई।
ट्रंप ने बताया कि पिछले दो सप्ताहांत भी स्थिति ऐसी ही रही और शिकागो को दुनिया का सबसे खतरनाक शहर करार दिया। उन्होंने इलिनॉयस के गवर्नर जे.बी. प्रित्जकर पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें मदद की ज़रूरत है, लेकिन वह इसे समझ नहीं पा रहे हैं।
ट्रंप ने दावा किया कि जिस प्रकार उन्होंने वॉशिंगटन डीसी में अपराध की समस्या का समाधान किया, उसी तरह शिकागो को भी शीघ्र सुरक्षित बनाया जाएगा। उन्होंने अपने संदेश के अंत में कहा, “अमेरिका को फिर से महान बनाएं।”
मालूम हो कि अमेरिका के विभिन्न शहरों में गोलीबारी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में 28 अगस्त को मिनियापोलिस के एक कैथोलिक चर्च में गोलीबारी हुई, जिसमें बुजुर्गों समेत दो बच्चे मारे गए और 17 लोग घायल हुए। पुलिस ने बताया कि मारे गए लोगों में से तीन की उम्र 80 साल से अधिक थी।
इससे पहले, 17 अगस्त को न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन में एक क्लब में गोलीबारी हुई थी, जिसमें तीन लोगआठ लोग घायल हुए। यह घटना “टेस्ट ऑफ द सिटी लाउंज” में हुई थी। न्यूयॉर्क सिटी पुलिस कमिश्नर जेसिका टिश ने बताया कि गोलीबारी में कई शूटर शामिल थे।