क्या डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को शव लौटाने की चेतावनी दी?
सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप की चेतावनी हमास के लिए गंभीर है।
- गाजा में शांति वार्ता की आवश्यकता है।
- अमेरिका की भूमिका महत्वपूर्ण है।
- 13 शवों का अभी लौटाया जाना बाकी है।
- कतर की भूमिका प्रशंसनीय है।
वाशिंगटन, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल और हमास के बीच शांति समझौते के बावजूद मारे गए सभी बंधकों के शव अब तक वापस नहीं लौटाए गए हैं। इससे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को चेतावनी दी है कि वह मृतक बंधकों के शव जल्द वापस करे। यदि हमास ऐसा नहीं करता है तो शांति प्रयासों में शामिल अरब देश कार्रवाई करेंगे।
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, "हमास को दो अमेरिकियों समेत बंधकों के शव जल्द लौटाने शुरू करने होंगे, वरना इस शांति अभियान में शामिल अन्य देश कार्रवाई करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "कुछ शवों तक पहुंचना मुश्किल है, लेकिन कुछ को वे अब लौटा सकते हैं और किसी वजह से वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। शायद यह उनके निरस्त्रीकरण से जुड़ा है, लेकिन जब मैंने कहा था कि 'दोनों पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाएगा,' तो वह सिर्फ तभी लागू होता है जब वे अपने दायित्वों का पालन करें।"
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "देखते हैं अगले 48 घंटों में वे क्या करते हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि वे खुद इस विषय को देख रहे हैं।
हालांकि, अभी गाजा से सभी जीवित बंधक लौटा दिए गए हैं। अमेरिका की ओर से प्रस्तावित युद्धविराम समझौते के तहत हमास ने 28 में से 15 मृत बंधकों के शव लौटाए थे, लेकिन अन्य 13 मृत बंधकों के शव अब तक हमास ने नहीं सौंपे हैं।
ट्रंप के पोस्ट से कुछ घंटे पहले विदेश मंत्री मार्को रुबियो और इजरायल में अमेरिकी राजदूत माइक हुकाबी ने 7 अक्टूबर 2023 के हमलों में मारे गए दो अमेरिकी नागरिकों के परिवारों से मुलाकात की।
राष्ट्रपति का यह बयान कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ दोहा में एयरफोर्स-वन पर हुई एक छोटी मुलाकात के बाद आया। कतर ने गाजा में शांति वार्ता और युद्धविराम के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "अमीर दुनिया के महान शासकों में से एक हैं और प्रधानमंत्री मेरे मित्र रहे हैं।"
उन्होंने बाद में मीडिया को बताया कि मुलाकात के दौरान गाजा शांति समझौते पर भी चर्चा हुई, इसके बाद वे एशिया यात्रा के अगले चरण के लिए रवाना हुए।