क्या उद्धव ठाकरे को मुंबई महानगर पालिका चुनाव में सुभाष भोईर के भाजपा में शामिल होने से झटका लगा?
सारांश
Key Takeaways
- सुभाष भोईर ने शिवसेना से अलग होकर भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया।
- उद्धव ठाकरे के लिए यह एक बड़ा राजनीतिक झटका है।
- चुनाव से पहले यह कदम उद्धव की स्थिति को कमजोर कर सकता है।
- स्थानीय राजनीति में बदलाव की संभावना है।
- मतगणना 21 दिसंबर को होगी।
मुंबई, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में महानगर पालिका चुनाव के दौरान शिवसेना (यूबीटी) गुट को एक गंभीर राजनीतिक झटका लगा है। कल्याण रूरल क्षेत्र से पूर्व विधायक और उद्धव ठाकरे के विश्वसनीय नेता सुभाष भोईर ने अब शिवसेना (उद्धव गुट) को छोड़ने का निर्णय लिया है।
सुभाष भोईर शनिवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, सुभाष भोईर शनिवार सुबह 11 बजे महाराष्ट्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण की उपस्थिति में औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। उनके इस निर्णय को महानगर पालिका चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक नुकसान माना जा रहा है।
सुभाष भोईर ने वर्ष 2024 का विधानसभा चुनाव कल्याण रूरल सीट से शिवसेना (उद्धव गुट) के टिकट पर लड़ा था। हालांकि, इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। फिर भी, वे उद्धव ठाकरे के मजबूत समर्थक के रूप में जाने जाते थे और लंबे समय तक उन्होंने ठाकरे परिवार के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखी थी।
कल्याण रूरल क्षेत्र में सुभाष भोईर की अच्छी पकड़ मानी जाती है। उनके भाजपा में जाने से स्थानीय राजनीति पर भी प्रभाव पड़ने की संभावना है।
वर्तमान में राज्य की 23 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के अध्यक्ष और सदस्य पदों के लिए मतदान प्रक्रिया शनिवार सुबह 7:30 बजे से प्रारंभ हो चुकी है। यह प्रक्रिया शाम 5:30 बजे तक चलेगी। इस चरण में अध्यक्ष पदों के साथ-साथ विभिन्न निकायों में खाली पड़े 143 सदस्य पदों के लिए भी वोटिंग हो रही है।
मतगणना की प्रक्रिया 21 दिसंबर को सुबह 10 बजे से शुरू होगी। दोपहर तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि महाराष्ट्र के इन छोटे शहरों और नगरों की सत्ता किसके हाथ में जाएगी।