क्या यूपी में 'आई लव मोहम्मद' विवाद के बाद सियासी पोस्टर वार तेज हो गया है?

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क्या यूपी में 'आई लव मोहम्मद' विवाद के बाद सियासी पोस्टर वार तेज हो गया है?

सारांश

उत्तर प्रदेश में 'आई लव मोहम्मद' विवाद ने राजनीतिक और धार्मिक तनाव को बढ़ा दिया है। रायबरेली में भाजपा युवा मोर्चा ने जवाबी बैनर लगाए हैं, जबकि मुरादाबाद में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। यह स्थिति प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा रही है। क्या इससे सियासी माहौल और भी गरमाएगा?

Key Takeaways

  • उत्तर प्रदेश में धार्मिक और राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है।
  • भाजपा युवा मोर्चा ने जवाबी बैनर लगाए हैं।
  • मुरादाबाद में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
  • संविधानिक मूल्य और धार्मिक सहिष्णुता का महत्व।
  • सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कदम उठाए हैं।

रायबरेली/मुरादाबाद, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद ने धार्मिक और राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में भाजपा युवा मोर्चा के नेताओं ने एक जवाबी अभियान शुरू कर दिया है। शहर के प्रमुख चौराहों पर ‘आई लव जय श्री राम’, ‘आई लव योगी आदित्यनाथ’ और ‘आई लव बुलडोजर’ के बैनर लगाए गए हैं।

ये बैनर रतापुर, त्रिपुला सहित अन्य चौराहों पर प्रमुखता से दिख रहे हैं। भाजपा युवा मोर्चा के नि. मंडल अध्यक्ष विष्णु पद सिंह ने इन बैनरों को लगाने की जानकारी दी। उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "हमने रायबरेली के कई चौराहों और अन्य स्थानों पर आई लव जय श्री राम, आई लव योगी आदित्यनाथ के पोस्टर लगाए हैं। इसका कारण यह है कि भगवान जय श्री राम हिंदू आस्था का प्रतीक हैं और योगी आदित्यनाथ उनके पदचिन्हों पर चलते हुए राम राज्य की स्थापना कर रहे हैं और गुंडे माफियाओं पर नियंत्रण कर रहे हैं। सीएम योगी प्रदेश में सभी किसानों, नौजवानों, पीड़ितों, शोषितों, वंचितों, और आदिवासियों के लिए समान अवसर पैदा कर रहे हैं। उनके प्रेरणादायक कार्यों के कारण हमने ये पोस्टर लगाए हैं।"

वहीं, मुरादाबाद में भी पोस्टर युद्ध जारी है। लाजपत नगर स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में कई लोग ‘आई लव योगी’, ‘आई लव मोदी’, ‘आई लव महादेव’ के पोस्टर लिए हुए पहुंचे। कुछ लोगों ने तिरंगा लहराते हुए नारे लगाए। यह जुलूस ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद का जवाब देने के लिए निकाला गया, जहां लोग मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद नारेबाजी करते नजर आए। स्थानीय हिंदू संगठनों ने इसे ‘हिंदुत्व की विजय’ का प्रतीक बताया। मुरादाबाद में पहले भी सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं हो चुकी हैं, इसलिए पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए भारी सुरक्षा व्यवस्था की है।

जानकारी के अनुसार, पूरा विवाद कानपुर के बारावफात जुलूस से शुरू हुआ था, जहां ‘आई लव मोहम्मद’ बैनर लगाने पर हंगामा मच गया। पुलिस ने बैनर हटाया तो मुस्लिम समुदाय ने विरोध प्रदर्शन किया, जो बरेली, लखनऊ और अन्य शहरों तक फैल गया। अब हिंदू संगठनों ने जवाबी कार्रवाई में ‘आई लव महादेव’, ‘आई लव राम’ जैसे पोस्टर लगाए हैं।

Point of View

हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि समाज में शांति और सद्भावना बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है। ये घटनाएं हमारे देश की विविधता और एकता के लिए खतरा बन सकती हैं। हमें सभी समुदायों के बीच संवाद और सहिष्णुता को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि हम एक मजबूत और एकजुट राष्ट्र बन सकें।
NationPress
27/09/2025

Frequently Asked Questions

आई लव मोहम्मद विवाद क्या है?
यह विवाद कानपुर के बारावफात जुलूस से शुरू हुआ था, जहां आई लव मोहम्मद बैनर लगाए गए थे।
भाजपा युवा मोर्चा ने क्या किया?
भाजपा युवा मोर्चा ने रायबरेली में जवाबी बैनर लगाए हैं जैसे आई लव जय श्री राम और आई लव योगी आदित्यनाथ।
मुरादाबाद में क्या हो रहा है?
मुरादाबाद में भी लोग आई लव योगी और आई लव मोदी के बैनर लेकर विरोध कर रहे हैं।
यह विवाद किस प्रकार का तनाव पैदा कर रहा है?
यह विवाद धार्मिक और राजनीतिक तनाव को बढ़ा रहा है, जिससे सांप्रदायिक माहौल में खटास आ सकती है।
क्या प्रशासन ने कोई कदम उठाया है?
हाँ, मुरादाबाद में पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया है।