क्या यूपी शासन ने यूरिया उपलब्धता, बालिका शिक्षा और अटल शताब्दी आयोजनों के लिए निर्देश दिए?
सारांश
Key Takeaways
- यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया।
- बालिका विद्यालयों में स्टाफ की भर्ती की प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश।
- अटल बिहारी वाजपेयी की शताब्दी वर्ष के समापन कार्यक्रम की तैयारियों पर जोर।
लखनऊ, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रदेश में उर्वरक की आपूर्ति, शैक्षिक संस्थानों की स्थिति और अटल बिहारी वाजपेयी की शताब्दी जयंती वर्ष के समापन कार्यक्रमों को लेकर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने प्रशासनिक तंत्र को पूर्ण रूप से सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ हुई साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कहा कि खाद का आवंटन और वितरण में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में उर्वरक (यूरिया) की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य के बफर स्टॉक में पर्याप्त मात्रा में यूरिया मौजूद है। इसके बावजूद कुछ जनपदों से विक्रय केंद्रों पर खाद की अनुपलब्धता की शिकायतें गंभीर हैं।
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी सहकारी और निजी विक्रय केंद्रों पर न्यूनतम 25 मीट्रिक टन यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। किसी भी केंद्र पर यूरिया का स्टॉक शून्य नहीं होना चाहिए। खाद की बिक्री निर्धारित मूल्य पर ही होनी चाहिए। ओवररेटिंग की शिकायत मिलने पर संबंधित विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त करने के साथ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) की समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सभी विद्यालयों में रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को तेज किया जाए ताकि सभी पद भर सकें। नए सत्र से पहले सभी केजीबीवी को पूर्ण स्टाफ और मूलभूत सुविधाओं से युक्त किया जाए। जिन विद्यालयों में शौचालय, कंप्यूटर रूम और छात्रावास का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ है, उसे तत्काल प्रारंभ किया जाए।
मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिया कि प्रदेश के सभी 746 केजीबीवी में स्मार्ट क्लास, आईसीटी लैब और सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह कार्यशील रहना चाहिए। विद्यालय परिसरों की चहारदीवारी मानक के अनुरूप ऊंची और कंटीले तार युक्त होनी चाहिए। बालिकाओं और स्टाफ की उपस्थिति की ऑनलाइन निगरानी तकनीकी फ्रेमवर्क के माध्यम से सुनिश्चित की जाए।
खाद्य सुरक्षा के लिए भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। निर्धारित समिति द्वारा भोजन की नियमित जांच कराई जाए और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए। आकांक्षा समिति की सदस्यों और गणमान्य महिलाओं को विजिटर के रूप में नामित किया जाए ताकि हर 15 दिन में विद्यालयों का निरीक्षण किया जा सके।
मुख्यमंत्री मॉडल स्कूलों की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि फेज-1 में सोनभद्र और मुरादाबाद तथा फेज-2 में मुरादाबाद, गाजीपुर, हापुड़, मथुरा, मऊ, मुजफ्फरनगर, संभल, शामली और सिद्धार्थनगर सहित शेष 11 जनपदों में भूमि चिन्हांकन की कार्यवाही शीघ्र पूर्ण की जाए।
उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन विद्यालयों की प्रगति की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और सभी कार्य समयावधि में पूरे किए जाएं। बैठक में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की शताब्दी जयंती वर्ष (2024–25) के समापन कार्यक्रमों की तैयारियों की भी विस्तृत समीक्षा की गई।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि 25 दिसंबर 2025 को प्रदेश के प्रत्येक जनपद में भव्य समारोह आयोजित किया जाए। कार्यक्रमों का उद्देश्य एक युग पुरुष को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करना और युवाओं को अटल जी के जीवन और आदर्शों से प्रेरित करना होगा।
उन्होंने बताया कि 18 से 22 दिसंबर 2025 के बीच प्रदेश के सभी इंटर कॉलेजों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में निबंध, भाषण और एकल काव्य पाठ जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं ताकि अधिकतम छात्र-युवा भागीदारी सुनिश्चित हो सके। जनपद-स्तरीय समारोहों में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाए और राज्य-स्तरीय समारोह, लखनऊ की लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए।
बैठक में जानकारी दी गई कि निबंध लेखन प्रतियोगिता (1000 शब्द) में कक्षा 8 से 12 तक के विद्यार्थी भाग लेंगे, विषय “भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी एवं सुशासन” रहेगा। इसमें प्रथम पुरस्कार 5,000 रुपए, द्वितीय 3,000 रुपए और तृतीय 2,000 रुपए होगा।
भाषण प्रतियोगिता स्नातक और परास्नातक छात्रों के लिए होगी, विषय “सुशासन का महत्व (अटल की उपलब्धियों के संदर्भ में)” रहेगा, जिसमें प्रथम पुरस्कार 10,000 रुपए, द्वितीय 5,000 रुपए और तृतीय 2,500 रुपए निर्धारित हैं।
एकल काव्य पाठ प्रतियोगिता में वाजपेयी के जीवन और उनकी कविताओं पर आधारित प्रस्तुति दी जाएगी, जिसमें प्रथम पुरस्कार 10,000 रुपए, द्वितीय 5,000 रुपए और तृतीय 2,500 रुपए के साथ प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
राज्य-स्तरीय समारोह लखनऊ के लोक भवन सभागार में मुख्यमंत्री की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित होगा। वहीं संस्कृति विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और काव्य पाठ विजेताओं की प्रस्तुतियां होंगी। अटल जयंती के अवसर पर प्रदेश के सभी महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में “स्वच्छ भारत–स्वस्थ भारत” थीम पर विशेष स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा।
-- राष्ट्र प्रेस
वीकेटी/एमएस