क्या सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने दिल्ली रैली में कांग्रेस की बुद्धि पर सवाल उठाया?
सारांश
Key Takeaways
- उपेंद्र कुशवाहा का कांग्रेस पर हमला
- बिहार की जनता ने विपक्ष को नकार दिया है
- कांग्रेस की राजनीतिक स्थिति कमजोर हो रही है
- सम्राट चौधरी का संपत्ति जब्ती का बयान
- भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी
पटना, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने दिल्ली में कांग्रेस के आयोजित रैली पर कहा कि बिहार की जनता ने एसआईआर के मुद्दे पर इंडी अलायंस को ठुकरा दिया है, फिर भी उनके पास केवल भ्रम फैलाने का कार्य है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की बुद्धि का भगवान ही मालिक है।
कांग्रेस का कहना है कि इस रैली से जो संदेश पूरे देश में जाएगा, वह जनता के लाभ में होगा। इस पर पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कांग्रेस बेवजह की गतिविधियों में लगी हुई है। इस पर क्या कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा बार-बार उठाए जा रहे वोट चोरी के मुद्दे का कोई आधार नहीं है। बिहार की जनता ने हाल के विधानसभा चुनाव में उन्हें स्पष्ट जवाब दे दिया है, फिर भी वे इसे समझने में असफल हैं। शर्मिंदा होने के बावजूद, वे इस मुद्दे को उठाते हैं, जो उनकी समझ की कमी को दर्शाता है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि न केवल बिहार की जनता, बल्कि अन्य राज्यों की जनता भी कांग्रेस की सोच और झूठी प्रचार नीति से परेशान हो चुकी है। बिहार में हारने के बाद, वे आगे अन्य राज्यों के चुनाव भी हारेंगे।
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी द्वारा संपत्ति जब्ती के बयान पर उन्होंने कहा कि यह सरकार का एक पूर्व निर्धारित निर्णय है। जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने, तब उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी लागू की। तभी यह तय किया गया था कि अवैध तरीकों से अर्जित कोई भी संपत्ति सरकार द्वारा जब्त की जाएगी और इसका उपयोग जनता के कार्यों जैसे स्कूलों और अस्पतालों के लिए किया जाएगा। सम्राट चौधरी ने जो कहा है, वह पूरी तरह से सही है।
सम्राट चौधरी ने कहा था कि सरकार लालू प्रसाद यादव की संपत्ति जब्त करेगी और उसमें स्कूल खोलेगी। सरकार को यह अधिकार है कि वह बिहार विशेष न्यायालय अधिनियम, 2009 के तहत जब्त की गई संपत्तियों का उपयोग कर सकती है।