क्या उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के 'सिंध' पर दिए बयान का समर्थन किया?
सारांश
Key Takeaways
- सांस्कृतिक संबंध: भारत और सिंध के बीच गहरे सांस्कृतिक संबंध हैं।
- राजनीतिक दृष्टिकोण: उपमुख्यमंत्री ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया।
- धर्म और राजनीति: राम मंदिर का मुद्दा भी राजनीतिक चर्चाओं में शामिल है।
कुशीनगर, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के 'सिंध' पर दिए बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक रूप से भारत और सिंध के लोग जैसे पहले थे, आज भी वैसे ही हैं। इसलिए रक्षा मंत्री की बातों को गंभीरता से लेना चाहिए।
कुशीनगर में मीडिया से बातचीत करते हुए उपमुख्यमंत्री ने सोमवार को देश के १२ राज्यों में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा, "कोई भी भारतीय नागरिक गैर-कानूनी रूप से भारत में घुसने वालों का स्वागत नहीं करेगा। हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन और ईसाई धर्म को मानने वाले लोग भारत सरकार के बनाए कानूनों के तहत आते हैं और उनका स्वागत किया जाएगा और उन्हें नागरिकता दी जाएगी। उन्हें जनकल्याणकारी योजनाओं में शामिल किया जाएगा।"
उपमुख्यमंत्री ने कहा, "यदि कोई मुसलमान घुसपैठिया आया है और भारत के गरीबों के अधिकारों को वह छीन रहा है तो चुनाव आयोग एसआईआर प्रक्रिया के जरिए एक तरीके से महायज्ञ कर रहा है। इसके आधार पर मतदाता सूची का शुद्धिकरण होगा। वह सच्चाई भी सामने आएगी कि फर्जी वोटों के आधार पर जीतकर कोई सत्ता नहीं कब्जा पाएगा।"
समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मल्होत्रा के बयान पर भी केशव प्रसाद मौर्य ने जवाब दिया और कहा, "समाजवादी पार्टी के कई नेता बड़बोले हैं और मुझे नहीं लगता कि उनके बयानों पर जवाब देना जरूरी है। समाजवादी पार्टी राम विरोधी पार्टी है। रामलला के जन्मस्थान पर एक भव्य मंदिर बनाया गया है, जहां कल प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में धर्म ध्वजारोहण समारोह होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "५۰۰ साल पहले विदेशी आक्रमणकारी ने राम मंदिर को तोड़कर एक ढांचा खड़ा किया था। ६ दिसंबर १९९२ को रामभक्त कारसेवकों ने धराशायी किया। आज राम मंदिर बन चुका है और पूरा देश गौरवान्वित है।"